आरोपी दीपक ने बताया कि उसके सभी दोस्तों की शादी हो चुकी है, लेकिन उसकी शादी नहीं हुई। कोई दोस्त उसकी शादी के लिए भी कोशिश नहीं कर रहा था। जबकि कुछ दोस्तों की शादी में उसने मदद भी करवाई। इसी बात को लेकर भी दोस्तों से खफा था। शादी नहीं होने से भी अवसाद में था। उसने बताया कि अयप्पा मंदिर का पुजारी अच्छा आदमी नहीं है, उसे सबक सीखाने के लिए ही मंगलवार देर रात मंदिर गया था। गलती से चौकीदार उसे उलझ गया और मारा गया।
मौज बस्ती पर बहाया पैसा, अंधविश्वास के शक में ली जान
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सनकी है। आरोपी ने बताया कि उसने मोनू व संदीप पर मौज मस्ती के लिए बहुत पैसा बहाया। इसके बावजूद भी वह दोनों उस पर जादू-टोना करना चाह रहे थे। इससे ना शादी हो रही थी ना की काम-धंधे में मन लग रहा था। इसी के चलते मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे दोनों को पार्टी करने के बहाने घर बुलाया।
यहां तीनों ने बैठकर शराब पी। उसके बाद दोस्तों से झगड़ा किया और जादू-टोने करने का आरोप लगाया। सबसे पहले उसने मोनू के सिर पर हमला किया। उसके निढ़ाल होकर गिरने पर उसने संदीप से कहा, अब तेरा नंबर है। यह कहते हुए उसने संदीप पर भी हमला कर दिया। नशे की हालत में उसने दोनों के सिर पर गैस सिलेंडर से भी वार किए। दोपहर बारह बजे बाद घर को ताला लगाकर निकल गया।