चार रुपए प्रति सैट गांवों में शुरू किए गए बर्तन बैंक का संचालन राजीविका के स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है। इससे इन समूह से जुड़े लोगों को सीधे तौर पर रोजगार भी मिल सकेगा। साथ ही गांव के लोगों को विवाह व अन्य पार्टी के आयोजन पर उचित दर पर स्टील के बर्तन भी मिल सकेंगे। एक बर्तन सैट का किराया चार रुपए निर्धारित किया गया है। बीपीएल परिवार व अन्य जरूरमंदों को छूट करने का भी प्रावधान है। डिस्पोजल आदि के उपयोग को रोकने की दिशा में सरकार ने यह कदम बढ़ाया है। इसे लेकर आमजन को भी जागरूक होने की जरूरत है। भीलवाड़ा जिले में 33 ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक खोले गए हैं। इन बर्तनों पर ग्राम पंचायत के नाम के साथ प्लास्टिक से नाता तोड़ो, बर्तनों से नाता जोड़ो का नारा लिखा गया है।
30 ग्राम पंचयातों शुरू हुआ बर्तन बैंक जिला परिषद के अनुसार जिले में 30 ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक शुरू किया गया है। इनमें ब्राह्मणों की सरेरी, शंभूगढ़, मोठी, पाटन, लाम्बिया कलां, बल्दरखा, बामणिया, सालरिया कलां, सजावटियां, तिलस्वा, सरेरी, कंवलियास, शक्करगढ, पिपलूंद, गुढा, चिताम्बा, करेड़ा, चावडिंया, कोटडी, पारोली, बडलियास, भावलास, घोडास, संतोकपुरा, सिंगोली, सरथला, बौराणा, नाथडियास, पिथा खेडा, खांखला, सहाडा, भुणास, कोठिया, ढिकोला, फुलिया कलां, मंगरोप, सुवाणा तथा भोपतपुरा शामिल है।