राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गहलोत को आरएसएस को समझने के लिए शायद एक जन्म और लेना पड़ेगा। आरएसएस की शाखा में जाएं, उसमें वह साल-दो साल रहें, तब जा कर उन्हें आरएसएस का मतलब समझ में आएगा। गौरतलब है कि गत दिनों गहलोत ने देवनानी को आरएसएस का कार्यकर्ता बताते हुए सीएम रेस में शामिल होना बताया था।
वासुदेव देवनानी रविवार को भीलवाड़ा प्रवास पर थे। यहां हरिशेवा धाम उदासीन आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। इस दौरान देवनानी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं, आरएसएस का हूं और मुझे गर्व है कि मेरे संस्कार आरएसएस के हैं। देवनानी ने कहा कि 23 अगस्त से पहले विधानसभा सत्र हो ऐसी व्यवस्था की जाएगी।
स्पीकर का नाम सीएम की रेस में- गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में संविधान बचाओ रैली के दौरान कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी आरएसएस के कट्टर कार्यकर्ता हैं। हमने सुना है कि उनका नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में चल रहा है। अब पता नहीं भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री रहेंगे या नहीं।
साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल से लेकर न्यायपालिका, उपराष्ट्रपति और लोकसभा स्पीकर तक सभी दबाव में हैं। राज्यपाल चुनी हुई सरकारों में दखल दे रहे हैं। संविधान में इन्दिरा गांधी ने समाजवाद व धर्मनिरपेक्षता को जुड़वाया था। अब आरएसएस इसे हटाने की बात कर रही है।