संबंधित कक्षाध्यापक प्रार्थना सभा के दौरान अनुपस्थित छात्रों को चिन्हित करेंगे, जिससे विद्यार्थियों को रोजाना की उपस्थिति का अंकन सीधे ही शाला दर्पण पोर्टल पर उपस्थिति मॉड्यूल में किया जा सकेगा। समन्वित होने के बाद डाटा, विद्यालय लॉगिन सहित ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर के कार्यालयों के लॉगिन पर भी उपलब्ध होगा।
कोटा से हुई थी शुरुआत प्रथम चरण में छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति राज्य में स्थित 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों तथा प्रथम व द्वितीय चरण में खोले गए 205 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री ने 29 मार्च 25 को राजस्थान दिवस पर मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान के कोटा से शुरू करने पर शिक्षक एप में विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की शुरुआत के बाद अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया गया है।
ये करेंगे पर्यवेक्षण विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति के लिए ब्लॉक से लेकर संभाग स्तर के शिक्षा अधिकारियों को पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी शिक्षा अधिकारी स्कूल निरीक्षण के दौरान विद्यार्थी ऑनलाइन उपस्थिति का भी अवलोकन करेंगे।