devar bhabhi Relation: मध्यप्रदेश के भिंड से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने ही देवर को फंसाने के लिए ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पुलिस भी धोखा खा गई। भाभी ने देवर पर रेप का झूठा आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। देवर भाभी की साजिश में फंस तो गया लेकिन हार नहीं मानी और सुप्रीम कोर्ट में अपनी बेगुनाही के सबूत पेश किए जिसके बाद उसे जमानत मिल गई है। अब देवर ने एसपी से पूरे मामले की बारीकी से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मामला मिहोना थाना इलाके का है जहां रहने वाले दिनेश कुमार (बदला हुआ नाम) ने अपने भैया-भाभी को बुरे वक्त में मदद की और करीब 5 से 6 लाख रूपए उधार दिए थे। काफी वक्त बीतने के बाद भी जब भैया-भाभी ने पैसे वापस नहीं किए तो एक दिन दिनेश ने भाभी से पैसे मांगे जिस पर भाभी ने पैसे देने से इंकार कर दिया इस कारण दोनों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद भाभी ने देवर के खिलाफ भयंकर साजिश रच डाली।
भाभी नहीं चाहती थी कि देवर दिनेश (बदला हुआ नाम) को पैसे वापस देने पड़ें। रकम चुकाने से बचने के लिए भयंकर चक्रव्यूह रचा और रेप के झूठे आरोप में देवर को फंसा दिया। भाभी ने देवर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि पति किसी काम से बाहर गए थे। तभी देवर दिनेश आया और मेरे साथ जबरदस्ती कर बलात्कार किया। जब उसने कहा कि पति को इस बारे में बताएगी तो देवर ने पति को जान से मारने की धमकी दी। इसलिए वो चुप रही लेकिन 23 जुलाई को देवर फिर घर आया और मुझे पकड़ने लगा। तब तक मेरे पति आ गए तो मैंने उन्हें पूरी बात बताई।
देवर दिनेश (बदला हुआ नाम) ने अपनी बेगुनाही के सबूत जुटाए और सुप्रीम कोर्ट में पेश किए। उसने बताया कि जिस तारीख को मेरे खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया उस दिन वो बाहर घूमने के लिए गया था। उसके खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। सबूतों के आधार पर कोर्ट ने उसे जमानत दे दी है। अब देवर दिनेश (बदला हुआ नाम) ने भिंड एसपी असित यादव को आवेदन देकर बारीकी से जांच की मांग की है।