मध्यप्रदेश में एक दो नहीं बल्कि 4 हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने की तैयारी की जा रही है। ये कॉरिडोर जबलपुर को केंद्र बनाकर बनाने का प्रस्ताव है। प्रदेश के पीडब्लूडी मिनिस्टर राकेश सिंह ने अपने एक्स हेंडल पर यह जानकारी दी।
एमपी में अनेक नेशनल हाईवे हैं और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे भी तीन जिलों से गुजर रहा है लेकिन यूपी के यमुना एक्सप्रेस के जैसा हाई स्पीड कॉरिडोर एक भी नहीं है। ये कॉरिडोर आमतौर पर 8 लेन के और कम से कम 6 लेन के होते हैं।
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हाई स्पीड कॉरिडोर की सड़कें बिल्कुल सीधी होती हैं जिनमें गति के साथ कोई समझौता नहीं किया जाता। कॉरिडोर को स्पीड सेंसर, जीपीएस ट्रैकर जैसी सुविधाओं के साथ एक्सीडेंट फ्री बनाने पर जोर दिया जाता है। इसके लिए कॉरिडोर को दोनों ओर से कवर किया जाता है, ताकि सड़कों पर वाहन तो सरपट दौड़ते रहें लेकिन दुर्घटना भी न हो।
प्रदेश के पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह के अनुसार जबलपुर से 4 हाई स्पीड कॉरिडोर का प्रस्ताव है। इन कॉरिडोर में एक एक महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को जोड़ेगा जबकि यूपी को जोड़ने के लिए 2 कॉरिडोर बनेंगे।
हाई स्पीड कॉरिडोर में जबलपुर से अंबिकापुर-वाराणसी और जबलपुर से प्रयागराज एमपी को यूपी से जोड़ेंगे। महाराष्ट्र के लिए जबलपुर से नागपुर कॉरिडोर प्रस्तावित है। लखनादौन से रायपुर हाईस्पीड कॉरिडोर छत्तीसगढ़ से जोड़ने के लिए बनाने की योजना है। इन 4 कॉरिडोर के अलावा जबलपुर भोपाल हाई स्पीड कॉरिडोर की भी योजना बनाई जा रही है।