वहीं, पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के पावर का इस्तेमाल कर चंद्रप्रकाश, लोजपा प्रवक्ता वेदप्रकाश समेत अन्य पर दबाव बनाने का आरोप है। बता दें, ईडी(ED Raid) ने बुधवार को कंपनी के भोपाल, सीहोर और मुरैना कार्यालयों और संचालकों किशन मोदी, पायल मोदी, अमित कुक्लोड के आवासीय परिसरों और कारखाने की तलाशी ली।
यह कार्रवाई आर्थिक अपराध विंग (ईओडब्ल्यू) में दर्ज एफआइआर और चार्जशीट के आधार पर की गई। इसमें कहा गया कि कंपनी अपने निदेशकों के माध्यम से जाली लैब प्रमाणपत्र का उपयोग कर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलावटी दूध उत्पाद बनाकर वितरित करती है।
सुसाइड नोट में यह आरोप भी…
भोपाल का भगवान सिंह मेवाड़ा खुद को समाज सेवक बताता है, वह चंद्रप्रकाश, वेदप्रकाश और सुनील त्रिपाठी का कठपुतली है। वह हमारे खिलाफ सभी बैंकों में मेल करता है। हमारी कंपनी को बदनाम करता है। खुद को आरएसएस का बताकर धमकी देता है कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हमने बात करने की भी कोशिश की। 24 जनवरी को हम चंद्रप्रकाश के घर पटना भी गए। उसके माता-पिता ने हमें भरोसा दिया कि सब ठीक हो जाएगा। फोन पर वेदप्रकाश से बात कराई। हम उससे मिलने दिल्ली में वसंत कुंज गए। चंद्रप्रकाश होटल में मिला। मैंने और पति ने चंद्रप्रकाश और लोजपा प्रवक्ता वेदप्रकाश को कई कॉल किए, माफी मांगी। सीएम डॉ. मोहन यादव और डीजीपी से भी न्याय की गुहार लगाई। कहीं न्याय नहीं मिला। मेरे बाद परिवार को न्याय मिले।
पायल के सुसाइड नोट में ऐसे आरोप
● जिनके हाथ में राजनीतिक पावर है, उनसे मेरा परिवार बिखरने जा रहा है। मैं जो कदम उठा रही हूं, उसके जिम्मेदार चंद्रप्रकाश पांडे, लोजपा प्रवक्ता वेदप्रकाश पांडे हैं। सुनील त्रिपाठी, भगवानसिंह मेवाड़ा, हितेष पंजाबी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान व अन्य हैं। सभी चिराग के रिश्तेदारी में हैं। ● वेदप्रकाश चंद्रप्रकाश का भाई है, चंद्रप्रकाश चिराग के जीजा। ● वे चिराग के पावर का इस्तेमाल कर परेशान करते हैं। ● इन लोगों के हमारी कंपनी में चोरी की रिपोर्ट हमने कराई, पर कार्रवाई नहीं हुई।
● फैक्ट्री पर सीजीएसटी, ईडी, ईओडब्ल्यू से छापे डालवाए। ● इन छापों से हमारा परिवार प्रताड़ित हुआ, पति हार्ट और हाइपर डिप्रेशन के मरीज हैं। उन्हें जान से मारने की धमकी मिली। हमने विभागों को पत्र भेजे, कार्रवाई नहीं हुई। क्राइम ब्रांच ने भी कार्रवाई नहीं की। वेद प्रकाश ने हमें कहा था-4-5 दिन में ईडी की रेड पड़ेगी और यह पड़ गई।
63 जाली सर्टिफिकेट से किया निर्यात
ईडी(JAyshree Gayatri Food) जांच में पता चला, कंपनी ने निरीक्षण एजेंसी (ईआईए) इंदौर से निर्यात प्रमाणन सुरक्षित करने बीआईएस व एनएबीएल लैब के गलत प्रमाणपत्र उपयोग किए। ये 63 प्रमाण पत्र या तो दूसरी कंपनियों को जारी किए या जाली थे।