विशेषज्ञों का अनुमान है कि, बीते साल 25 से 40 साल के 300 से ज्यादा युवाओं में इस कैंसर के लक्षणों की पुष्टि हुई है। बुजुर्गों को होने वाली ये बीमारी अब युवाओं को तेजी से अपना शिकार बना रही है।
देशभर में भी ट्रेंड खतरनाक
ICMR की 2023 रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में आंत के कैंसर के कुल रोगियों में 17 फीसदी युवा हैं। टियर-2 शहरों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस श्रेणी में भोपाल भी आता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर पेट में बार-बार सूजन आना, वजन घटना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं।
तेजी से बदलती जीवनशैली है बीमारी का कारण
भोपाल गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि, आंत के कैंसर के मरीजों के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन देश के साथ भोपाल के युवाओं में यह कैंसर बढ़ रहा है। 15 से 20 वर्ष के युवाओं में यह बीमारी देखी जा रही है। एम्स भोपाल के पूर्व गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग विशेषज्ञ डॉ. राघवेंद्र गौड़ के अनुसार, ज्यादा तला-भुना, लो-फाइबर आहार, पैकेज्ड फूड, और बढ़ता तनाव आंत कैंसर होने का बड़ा कारण है।
भोपाल में अनुमानित मामले
-300 से ज्यादा वार्षिक अनुमानित संख्या -20-25 नए संदिग्ध मरीज हर माह -30 से कम उर्म वाले 40 से ज्यादा मामले सिर्फ 6 महीने में सामने आए। -5 से 40 साल के युवाओं में इस बीमारी के मामले सबसे अधिक है।