पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के खिलाफ हुई एफआईआर के विरोध में अशोक नगर थाने में कांग्रेसियों की सामूहिक गिरफ्तारी के संबंध में रविवार को प्रदेश कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। यहां प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने अशोकनगर जिला प्रशासन पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए दमनात्मक उपाय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस अधिनियम के तहत प्रशासन ने आदेश जारी किया, वह संकटकालीन स्थिति में ही लागू होता है।
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मुकेश नायक ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ब्रिटिश शासनकाल की नीत पर चल रही है। जैसे झांसी को हथियाने के लिए अंग्रेजों ने डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स लागू कर दिया था वैसे ही हमारा आंदोलन कुचलने के लिए आपदा के समय लागू होनेवाला अधिनियम लागू कर दिया गया है।
पुलिस का सहयोग करते हुए गिरफ्तारी देने को तैयार
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक के मुताबिक हम पूरी तरह से शांतिपूर्ण आंदोलन की परंपरा निभाएंगे। हमारे कार्यकर्ता खुद पुलिस का सहयोग करते हुए गिरफ्तारी देने को तैयार हैं। अशोकनगर में हमारे 2000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों के बाहर कांग्रेस का घर लिख दिया है। यह भी पढ़ें : एमपी में ओबीसी आरक्षण पर विधानसभा में लाएंगे नया बिल, सीएम का बड़ा बयान क्या है मामला
अशोकनगर जिले के गजराज लोधी ने बीजेपी कार्यकर्ता पर मारपीट करने और मल खिलाने का आरोप लगाया था। 25 जून को युवक ने ओरछा के दौरे पर आए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी से मुलाकात कर मामले की शिकायत की। बाद में गजराज ने जीतू पटवारी पर उसे बहकाकर शिकायत करवाने का आरोप लगाते हुए शपथ पत्र दे दिया जिसके आधार पर पुलिस ने पटवारी व अन्य कांग्रेसियों पर केस दर्ज कर लिया। कांग्रेस इसे झूठा केस बताते हुए एफआइआर निरस्त करने की मांग कर रही है जिसके लिए 8 जुलाई को अशोकनगर थाने में सामूहिक गिरफ्तारी देने का ऐलान किया गया है।