आइएमडी IMD के वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून अभी महाराष्ट्र में पूरी तरह सक्रिय है। इसके अगले दो दिनों में गुजरात की ओर बढ़ने का अनुमान है, फिर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों को कवर करेगा। जहां तक मध्यप्रदेश का सवाल है तो आइएमडी के अनुसार यहां मानसून का प्रवेश 16 जून तक होने का अनुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर से रफ्तार पकड़ने का सर्वाधिक लाभ मध्यप्रदेश को ही हो सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2 दिनों में मानसून मध्यप्रदेश में प्रवेश कर लेगा।
प्रवेश के 5-6 दिनों में ही यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा
एमपी में पिछले साल 21 जून को मानसून आया था। इस बार मानसून के 16 जून के आसपास आने की संभावना है। इस प्रकार पिछले वर्ष के मुकाबले मानसून कुछ पहले ही प्रदेश को भिगो सकता है। प्रवेश के 5-6 दिनों में ही यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। यानि 16 जून के आसपास मानसून प्रदेश में प्रवेश कर 21 जून तक राज्यभर में सक्रिय हो सकता है। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि मानसून का प्रवेश प्रदेश के दक्षिणी पूर्वी जिलों से होगा। राज्य के अनूपपुर, बालाघाट, डिंडौरी, मंडला और सिवनी में मानसून के सबसे अधिक सक्रिय रहने का अनुमान जताया जा रहा है।