सीएम बोले- दिवाली से मिलेंगे 1500 सौ रुपए
सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि हमारे संकल्प पत्र में 3000 रुपये का वादा था और हम डंके की चोट पर इसे पूरा करेंगे। सरकार बनने से पहले 1000 रुपये दिए जाते थे और अब 1250 रुपये दिए जा रहे हैं। इस साल रक्षाबंधन पर अतिरिक्त 250 रुपये दिए जाएंगे और दीपावली से 1500 रुपये मिलना शुरू हो जाएंगे…’सीएम ने आगे कहा कि हमारी सरकार लाड़ली बहनों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। यह बढ़ोत्तरी महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को और मजबूत करेगी।क्या बोले जीतू पटवारी
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने एक्स प्लेटफॉर्म के जरिए सरकार से सवाल किया है कि आपको याद है 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आपसे क्या वादा किया था? पूर्व CM शिवराज जी ने घुटने पर बैठ-बैठ कर लाड़ली बहनों को हर महीने ₹3000 देने की घोषणा करके, वोट की भीख मांगी थी! लेकिन, चुनाव जीत कर वे दिल्ली चले गए और उनके बाद आए मुख्यमंत्री वादे से मुकर गए।
25 लाख बहनें योजना से बाहर
पटवारी ने आगे लिखा कि 25 लाख बहनों को अपात्र श्रेणी में डालकर योजना से बाहर कर दिया और अभी भी मध्य प्रदेश में 25 लाख से अधिक नई बहनें इस योजना शामिल होने की पात्रता रखती हैं। मैं सरकार के नेतृत्व से कहना चाहता हूं, “बाबू, इस सबसे जरूरी सवाल का जवाब कब मिलेगा? मोहन सरकार ने न इस बात की चिंता की कि जो लाड़ली बहनें योजना के लाभ से वंचित हो रही हैं ,उनका गुजारा कैसे होगा और न ही इस बात का जवाब दे पा रही है कि नई बहनों को योजना में शामिल क्यों नहीं किया जा रहा है? उन्हें हो रहे आर्थिक नुकसान की भरपाई कौन और कैसे करेगा?
1000 से 1250 और अब 1500
पीसीसी चीफ ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पहले आपको ₹1000 दिए गए, फिर ₹1250 और अब आगामी दीपावली से ₹1500 देने की बात कही जा रही है। मैं फिर पूछना और कहना चाहता हूं कि ये मज़ाक क्यों? माताओं-बहनों के साथ ये “सरकारी धोखाधड़ी” क्यों?कांग्रेस ने लगातार आपकी आवाज़ उठाई, जब हमने इस धोखे के खिलाफ कोर्ट जाने की चेतावनी दी, तब जाकर डरी हुई मोहन सरकार ने मजबूरी में राशि ₹1500 करने की घोषणा की! क्या भाजपा मध्यप्रदेश हमारी बहनों को उनका हक भी अब दबाव में आकर ही देगी?
3000 हजार महीने के नाम पर हो रही चोरी
पटवारी ने आगे बताया कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि यह सरकार लाड़ली बहनों के साथ ₹3000 के नाम पर हर महीने चोरी कर रही है। ₹3000 का वादा करके ₹1500 भी देना आधी चोरी नहीं तो और क्या है? और तो और, सरकार आपको पैसा देने के लिए हर महीने कर्ज भी ले रही है! क्या हमारी बहनों को उनका पूरा हक देने के लिए भी सरकार के पास पैसा नहीं है, या फिर नीयत में ही खोट है? भाजपा को समझना होगा कि लाड़ली बहना भीख नहीं, अपना अधिकार मांग रही हैं। वही हक, जिसका वादा BJP ने चुनाव में किया था।
कांग्रेस लड़ाई में साथ खड़ी
प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने कहा कि आपकी इस लड़ाई में आपके साथ खड़ी है और हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक आपको आपके वादे के मुताबिक पूरे ₹3000 प्रतिमाह नहीं मिल जाते! क्योंकि, मेरा मानना है जिस सत्ता के पास सरकारी अय्याशी के लिए धन है, उसे पहले बहनों का हक देना ही चाहिए।