रतलाम में वाहनों में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के पेट्रोल पंप शक्ति फ्यूल पॉइंट डोसीगांव से डीजल भरवाया गया था। डीजल में पानी होने से सभी वाहन बंद हो गए जिससे हलचल मच गई।
रतलाम जिले के खाद्य विभाग के अधिकारियों ने तुरंत पंप की जांच की। यहां से पेट्रोल एवं डीजल के सेम्पल लेकर बीपीसीएल लेब मांगलिया इंदौर भेजे गए हैं। पंप पर मौजूद 5995 लीटर पेट्रोल और 10657 लीटर डीजल को जब्त किया गया। इसके साथ ही पेट्रोल पंप को सील भी कर दिया गया है।
मोटर स्पिरिट और उच्च व्यय डीजल (प्रदाय तथा वितरण का विनियम और अनाचार निवारण) आदेश 2005 के प्रावधानों के तहत दोषी पंप संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। पंप संचालक पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 377 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
घटना के बाद 27 जून को ही खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की अपर मुख्य सचिव रश्मि अरूण शमी ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बीपीसीएल को घटना के संबंध में विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
ऑयल कंपनियों को बारिश के मौसम को देखते हुए प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। रश्मि अरुण शमी ने कहा है कि निरीक्षण में यह जरूर देखें कि पेट्रोल पंपों के भूमिगत टैंकों में कहीं से पानी का रिसाव तो नहीं हो रहा है। ऑयल कंपनियों को सभी पेट्रोल पंपों की जांच कर रिपोर्ट ऑनलाईन दर्ज कराने को कहा। आयल कंपनी के प्रतिनिधियों ने पेट्रोल पंपों की संघन जांच कराने और भविष्य में उनकी तरफ़ से कोई समस्या नहीं आने देने को आश्वस्त किया।
सभी पेट्रोल पंपों की जांच कराने के निर्देश
अपर मुख्य सचिव रश्मि अरूण शमी ने सभी कलेक्टर्स को भी अपने क्षेत्र के समस्त पेट्रोल पंपों की जांच कराने को कहा है। इसके लिए खाद्य, राजस्व, नापतौल और ऑयल कंपनियों के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए। अब राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी सभी पेट्रोल पंपों की जांच कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं।