1500 रुपए की कंसट्रक्शन कॉस्ट, मेट्रो दे रहा महज 700 रुपए
मेट्रो रेल कारपोरेशन की ओर से तय मुआवजा बेहद कम है। बने बनाए भवन को तोड़ने के एवज में निर्माण लागत महज 700 रुपए वर्गफीट दी जा रही, जबकि बाजार दर 1500 रुपए वर्गफीट है। जमीन को लेकर भी वर्ष 2018 की गाइडलाइन से राशि तय की जा रही है।
दुकान में एंट्री नहीं दी तो दीवार पर लगा गए निशान
डॉ. रिजवान कहते हैं अभी चाल साल पहले बने शॉपिंग कॉप्लेक्स के गेट से मेट्रो की एंट्री दे दी। राइट ऑफ दि वे से लेकर टर्न और तमाम तरह के निशान कॉप्लेक्स में बनाए। मैंने अपनी दुकान में नहीं आने दिया तो बाहर दीवार पर निशान लगा गए।
ऐसे समझें स्थिति
–यहां रहने वाले रवि सक्सेना का कहना है कि पिताजी ने 65 साल पहले ये मकान बनाया था। हम तीन भाइयों का परिवार है और घर के पूरे वैध दस्तावेज है। अब हम कहां जाएं। –यहां एक साड़ी की दुकान संचालित करने वाले हरिओम परचवानी कहते हैं, 35 साल में बाजार विकसित हुआ। आज शहर का प्रमुख बाजार है। ये लोग दुकान में निशान लगा गए और कहते हैं, इसे खाली करो।
–यहां के सादिक अली अपनी शू-शॉप में खडे होकर निशान बताकर कहते हैं, दुकान के इस कोने से पटरी को निकालेंगे। पूरा जीवन इस दुकान को दिया, अब मन में बेहद चिंता है। –यहां के दुकानदार जयकुमार जैन का कहना है, दुकान पर लोगों का भरोसा बनाने एक दशक तक मेहनत की। अब हमसे कहते हैं, कंस्ट्रक्शन लागत लो और चले जाओ। ऐसे कैसे चले जाएं।
ब्लू लाइन (Blue line)
1100 करोड़ में इसका सिविल काम पूरा होगा 14 मेट्रो स्टेशन इसमें प्रस्तावित है 13 किमी लंबाई में भदभदा से रत्नागिरी तिराहे पर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है
ऐसे समझें लाइन
ब्लू लाइन भदभदा से रत्नागिरी तिराहे तक करीब 13 किमी लंबाई में है। रोशनपुरा से राजभवन रोड पर होते हुए ये जहांगीराबाद में खान कॉप्लेक्स से एंट्री करेगी ओर पूरे बाजार की दुकान-मकानों के अंदर से होते हुए आगे मुयमार्ग से अशोका गार्डन प्रभात चौराहा की ओर निकल जाएगी।
एक्सपर्ट की टीम के अनुसार ही होता है काम
मेट्रो का पूरा काम तमाम तकनीकी पहलुओं को देखकर ही किया जाता है। एक्सपर्ट की टीम के अनुसार ही काम हो रहा है। हमार लक्ष्य बेहतर प्रोजेक्ट तय करना है। जल्दी से निर्माण पूरा करेंगे।