ऑब्जर्वरों को मिला जिमा , 30 तक समय
कांग्रेस ने ऑब्जर्वरों को भी जिलावार जिमेदारी दे दी है। एआइसीसी ने 61 ऑब्जर्वर नियुक्त किए हैं। उन्हें जिले आवंटित कर जिमेदारी भी बताई गई है। उन्हें 10 से 30 जून तक का समय दिया गया है। इनके साथ प्रदेश के ऑब्जर्वर भी रहेंगे। वे जिले में रहकर पदाधिकारियों सहित आम लोगों से भी चर्चा करेंगे। जानने का प्रयास करेंगे कि जिले में पार्टी के लिए कौन उपयुक्त होगा, जिसे जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। गुटबाजी भी देखी जाएगी। ऐसा होने पर सीधे रिपोर्ट एआइसीसी को दी जाएगी।
जिलाध्यक्षों के चयन में मैदान में अब दिग्गज
कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान में दिग्गजों को मैदान में उतार दिया। इसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित पार्टी के विधायक, पूर्व मंत्री भी हैं। वे एआइसीसी ऑब्जर्वरों के साथ काम करेंगे। उन्हें 1-1 जिले का जिमा दिया। जिलाध्यक्ष चयन में उनका अहम रोल रहेगा। बड़े नेताओं के जिलों में उनके 1-1 समर्थक नेता लगाए हैं। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति एआइसीसी व पीसीसी आब्जर्वर्स की अनुशंसा पर ही होगी।
जिलों में तैनात किए जिमेदार
राजगढ़: दिग्विजय सिंह का क्षेत्र। यहां करीबी व सुरेन्द्र बघेल को जिमा। फूलसिंह बरैया भी रहेंगे। मंदसौर: पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को जिमा। जयवर्द्धन सिंह भी साथ रहेंगे। सीधी: पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का क्षेत्र। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को जिमा। अशोकनगर: केंद्रीय मंत्री सिंधिया के प्रभाव का क्षेत्र, पर विधायक कांग्रेस का है। यहां जिमा पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को। खंडवा: अरुण यादव का क्षेत्र। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रहीं शोभा ओझा को जिमा दिया।
रीवा: यहां राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह को भेजा। बालाघाट: कमलनाथ के प्रभाव का क्षेत्र। यहां नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को जिमा। भोपाल: यहां जिमा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक को दिया। रायसेन: पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रभाव का क्षेत्र है। यहां जिमा पूर्व मंत्री पीसी शर्मा को।
छिंदवाड़ा: कमलनाथ का गढ़। दिग्विजय समर्थक पूर्व विधायक सुरेन्द्र चौधरी को, सुनील जायसवाल और अभिनव ढिमोले साथ रहेंगे।
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