इंदौर-उज्जैन के बीच बनाएं जाएंगे 2 हाईवे
इंदौर-उज्जैन के बीच ग्रीन फील्ड फोरलेन को 20 दिन पहले ही मंजूरी मिली है। चिंतामन गणेश मंदिर से इंदौर एयरपोर्ट की करीब 70 किलोमीटर के करीब है। जिसका निर्माण दो हिस्सों में किया जाएगा। उज्जैन सिंहस्थ बायपास को भी टू लेन से फोरलेन किया जाएगा। इस 20 किलोमीटर की सड़क निर्माण की लागत 701 करोड़ रुपए होगी। इसके साथ ही उज्जैन-इंदौर के बीच 48 किलोमीटर का फोरलेन ग्रीन फील्ड रोड बनाया जाएगा। जिसकी लागत 1370 करोड़ होगी। इसे भी स्वीकृति मिल चुकी है।
एमपी से गुजरेगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे
केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। जिसका 247 किलोमीटर का हिस्सा एमपी के मंदसौर, रतलाम और झाबुआ जिले से होकर गुजरता है। अच्छी कनेक्टिविटी के लिए उज्जैन-जावरा के बीच 102 किलोमीटर के सिक्स लेन ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। जो कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात से जाकर सीधा जुड़ेगा।
सागर से दमोह टू लेन से फोर लेन में बदलेगा
बुंदेलखंड के सागर-दमोह के बीच 77 किलोमीटर की टू लेन सड़क को फोरलेन में बदलने पर काम किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी है। सड़क विकास निगम की ओर से कैबिनेट मंजूरी के लिए भेज दिया गया है। सरकार इस प्रोजेक्ट पर 2100 करोड़ रुपए खर्च करेगी। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बुंदेलखंड में लॉजिस्टिक हब और डंडस्ट्री को भी विकसित किया जाएगा।
भोपाल-कानपुर का सफर मात्र 7 घंटे में होगा पूरा
भोपाल-कानपुर के बीच की दूरी मात्र 7 घंटे में ही पूरी हो जाएगी। सड़क विकास निगम की ओर से इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल चुकी है। इस सड़क के बनने से भोपाल और विदिशा के बीच की दूरी लगभग 20 किलोमीटर कम हो जाएगी। भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा है। नेशनल हाईवे की लागत 11300 करोड़ की लागत ने इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाया जाएगा। भोपाल से कानपुर की दूरी मात्र 7 घंटे में पूरी होगी। इस कॉरिडोर के बनने से लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी जाने वालों को आसानी होगी।