निगमायुक्त ने इसी महीने रिश्वतकांड के वीडियो वायरल होने के बाद बरसों से एक ही पद पर जमे बाबूओं और अफसरो को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन जिसमें केवल तीन कर्मियों को हटाया है। अपर आयुक्त वरुण अवस्थी ने आदेश जारी कर अभी केवल इंजीनियर राजाराम अहिरवार, उमाशंकर शर्मा एवं पुंडरिक द्विवेदी को हटाया है।
इनके विभाग कभी नहीं बदले
इंजीनियर लालजी चौहान ने वर्ष 2010 से अब तक बिल्डिंग परमिशन सेल में ही पूरी नौकरी की। एई महेश सिरोहिया ने 22 साल, नंदकिशोर डेहरिया ने भी 2003 से अब तक एवं डीके सिंह राजधानी परियोजना प्रशासन से प्रतिनियुक्ति पर आकर वर्ष 2018 से अब तक एक ही विभाग में जमे हैं।