पार्टी द्वारा नियुक्त ज्यादतर ऑब्जर्वर भोपाल पहुंच गए हैं। कांग्रेस के सबसे खराब परफॉरमेंस वाले राज्य गुजरात में राहुल गांधी ने अभियान की शुरुआत की थी। मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है जहां यह अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके तहत संगठन को और मजबूत किया जाना है। पार्टी ने दूसरे राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को आब्जर्वर नियुक्ति किया गया है। इनकी संख्या 61 है। इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, असम, आंध्र प्रदेश सहित देश के अलग-अलग राज्यों में विधायक, सांसद, पूर्व मंत्री और बड़े पदाधिकारियों शामिल हैं।
ऐसा रहेगा कार्यक्रम (minut to minute schedule)
राहुल सुबह 10.15 बजे आएंगे। एयरपोर्ट से सीधे पीसीसी जाएंगे। कार्यकर्ताओं ने बीच में स्वागत मंच बनाए हैं। अधिकृत कार्यक्रम में यह शामिल नहीं है। सुबह 11-12 बजे तक- पीससी के थर्ड फ्लोर पर पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक लेंगे
दोपहर 12- 12.30 बजे तक- विधायकों सांसदों के साथ पीसीसी के फर्स्ट फ्लोर पर बैठक
दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक- एआईसीसी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों और पीसीसी की ओर से नियुक्त प्रभारियों की बैठक लेंगे, ये बैठक पीसीसी के सभागार में होगी।
दोपहर 1.30 बजे से 2.30 बजे तक आरक्षित
दोपहर 2.30 बजे से शाम 4 बजे तक- एआईसीसी डेलीगेट्स, पीसीसी डेलीगेट्स, जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्षों का अधिवेशन करेंगे। ये कार्यक्रम रवीन्द्र भवन में होगा। शाम 4.20 बजे राहुल गांधी भोपास से रवानी हो जाएंगे
चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात, पीसीसी की सुरक्षा बढ़ाई
कार्यक्रम स्थल पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहेगी। सोमवार को पुलिस ने पीसीसी पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था देखी। जवानों को तैनात किया गया। पुलिस के आला अफसर भी यहां पहुंचे। रिहर्सल भी हुई। कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रितों को ही प्रवेश दिया जाएगा। बाहरी लोगों के लिए यहां प्रवेश वर्जित किया गया है।
थोड़ी देर में शुरू होगीं बैठकें
बैठकों का क्रम सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा। राहुल गांधी तीन बैठकें प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में करेंगे। राजनैतिक मामलों की समिति की बैठक से इसकी शुरूआत होगी। इस बैठक में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं द्वारा राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा एवं आगामी रणनीति पर मंथन होगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे से एआईसीसी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों एवं नव सृजित प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त प्रभारियों की बैठक होगी। यह बैठक संगठन के पुनर्गठन और प्रभावी नेतृत्व नियुक्ति पर केंद्रित होगी। दोपहर दो बजे से रवीन्द्र भवन सभागार में एआईसीसी कमेटी प्रतिनिधि, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि, जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं ब्लॉक अध्यक्षों का अधिवेशन होगा। इसके पहले डेढ से दो बजे तक राहुल गांधी ने विशेष परामार्श एवं अनौपचारिक चर्चा के लिए समय निर्धारित है।
घर के भेदी कांग्रेसियों की पहचान करेंगे
संगठन सृजन अभियान के दौरान कांग्रेस के सभी आब्जर्वर और को-ऑर्डिनेटर आवंटित जिले में जाकर ये पता लगाएंगे कि कांग्रेस किस विधानसभा में कैसे मजबूत है। पार्टी से जुड़े पुराने नेताओं की लिस्ट होगी। ऐसे नेताओं की लिस्ट भी बनाई जाएगी जो कांग्रेस में रहकर भाजपा को फायदा पहुंचाते हैं।
सृजन से कांग्रेस को मिलेगा नया संबल
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने नव सृजन अभियान को कांग्रेस के संगठनात्मक पुनर्गठन की दिशा में ऐतिहासिक पहल बताया। इससे कांग्रेस को नया संबल मिलेगा। प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्गठित कर लोगों से जोड़ने में अहम साबित होगा।