ये भी पढें – ED कार्रवाई के बाद जयश्री गायत्री फूड की डायरेक्टर ने खाया जहर, हालत गंभीर सौरभ(Saurabh Sharma Case) के दुबई और थाईलैंड में भी निवेश का सुराग मिला है। पुष्टि के लिए शरद व सौरभ को लोकायुक्त उनके घर ले गई, पासपोर्ट जब्त किए। उनके विदेश यात्रा की हिस्ट्री खंगाली जाएगी। देखगी, दोनों ने किन देशों की यात्रा की। वहां संपत्तियों की तलाश होगी। 100 करोड़ की संपत्ति पर लोकायुक्त ने पूछा तो तीनों ने कहा-हमारी नहीं है। फिर किसकी? उनके यहां से दस्तावेज क्यों मिले? इस पर आवाज नहीं निकली।
ये तथ्य फिर भी नहीं उगलवा पा रही एजेंसी
सौरभ शर्मा(Saurabh Sharma Case): सोना और नकदी जिस कार में मिली, वह मेरी नहीं। जब पकड़ाई, मैं नहीं था। मेरा कोई लेना-देना नहीं। चेतन गौड़: जिस कार में सोना-नकदी मिली, वह मेरे नाम पर। मैंने कार यूज नहीं की। अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी करती थी। इस बारे में मैं नहीं जानता। शरद जायसवाल: मैं एक कंपनी में डायरेक्टर, इसमें सभी लेन-देन सही तरीके से होता है। सोना-नकदी से मेरा लेना-देना नहीं। देना नहीं।
बयानों में छिपे राज…
शरद जायसवाल और चेतन अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी में डायरेक्टर है। चेतन के अनुसार, इसी कंपनी के काम में कार इस्तेमाल होती थी, फिर डायरेक्टरों को कैसे पता नहीं? इसी कंपनी में जबलपुर का रोहित तिवारी भी एडिशनल डायरेक्टर, फिर लोकायुक्त ने अब तक उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की? पूछताछ में सोना-नकदी पर बुधवार को दिए बयान के बाद लोकायुक्त ने गुरुवार को फिर पूछा। इस बार सौरभ, शरद, चेतन जवाब में फंसे। सौरभ व शरद ने कहा था, सोना-नकदी हमारी नहीं है। जिस कार में मिली, वह हमारी नहीं। चेतन ने कहा था-कार मेरे नाम है, पर अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी के काम में इस्तेमाल होती थी। अफसरों ने पूछा, अविरल में डायरेक्टर शरद और चेतन दोनों हैं, फिर कार की जानकारी कैसे नहीं है। इस पर जवाब नहीं दिया।
सौरभ की पत्नी व रिश्तेदार-दोस्तों से पूछताछ जल्द
लोकायुक्त ने कहा, अब सौरभ(Saurabh Sharma Case) की पत्नी दिव्या तिवारी और अन्य रिश्तेदारों व दोस्तों तक पहुंचेगी। माना जा रहा है, बेनामी संपत्तियों का राज उन्हें पता है। सौरभ के काले धंधे में कुछ करीबी साथ देते थे। कॉल हिस्ट्री में ऐसे संकेत मिले हैं। स्विट्जरलैंड-दुबई से 52 किलो सोना कैसे आया, आयकर कर रहा जांच : चेतन की कार से मिले सोना-नकदी की आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी। सोने पर दुबई, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया का मार्क है। आशंका है, सोना स्थानीय ज्वेलर्स के जरिए जमा किया गया।