मेरे कारण परिवार ने झेला कष्ट- उमा भारती
उमा ने लिखा कि मेरे भाइयों की संतानें मेरी छवि की चिंता के कारण खुद जितनी योग्यता रखते थे उतनी तरक्की नहीं कर पाए। मेरे एक भाई के बेटे राहुल को टिकट देना परिवार पर कोई अहसान नहीं था, पार्टी की मजबूरी थी। बुंदेलखंड में भाजपा को इससे नुकसान हो सकता था।’ पूर्व सीएम ने आगे लिखा कि ‘बुंदेलखंड में भाजपा को इससे नुकसान हो सकता था। मेरा परिवार तो जनसंघ के समय से भाजपा में है राहुल और सिद्धार्थ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बाल स्वयंसेवक थे तब मैं राजनीति से कोसों दूर थी। मेरा परिवार जन संघ से जुड़ा था। भाजपा मुझे चुनाव नहीं लड़ाती तो मेरे परिवार के भाई और भतीजे सांसद या विधायक बहुत पहले बन गए होते। टीकमगढ़ जिले में सामंती शोषण के आतंक की जड़ें भाजपा के राज्य में भी नहीं उखड़ पाई थीं।’