सभी मरीजों को कई दिनों से सर्दी-खांसी, बुखार के साथ ही सांस लेने में परेशानी थी। डॉक्टरों ने इन्हें कोरोना टेस्ट कराने कहा। सभी ने सुविधानुसार सिम्स और निजी लैब में आरटीपीसीआर जांच कराई, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि संक्रमण के लक्षण गंभीर न होने के चलते सभी को होमआइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। इसमें एक संक्रमित जो जज हैं, उन्हें एहतियातन अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
इन क्षेत्रों से मिले मरीज
सभी
कोरोना संक्रमित शहर के ही हैं। ये मरीज राजकिशोर नगर, नेहरू चौक, तोरवा, गुलाबनगर, हेमेनगर, 27 खोली एवं आरके नगर के हैं। कुल संक्रमितों में एक 8 साल की बच्ची सहित 4 महिलाएं हैं तो 48 से 86 वर्ष तक के 6 पुरुष हैं।
सिम्स में 30 बेड तैयार
आयुर्विज्ञान संस्थान सिम्स हॉस्पिटल में मरीजों के इलाज के लिए अलग से 30 बेड चिन्हांकित कर दिए हैं, ताकि संक्रमण के फैलाव को रोकते हुए मरीजों को अलग वार्ड में उचित उपचार दिया जा सके। जबकि मरीजों के बढ़ने पर 20 अतिरिक्त बेड की भी व्यवस्था की पूरी तैयारी है। सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति का कहना है कि कोरोना मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था है।
जांच किट के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेज दिया गया है।
लोगों से अपील है कि बुखार, खांसी या सांस संबंधी दिक्कत महसूस होने पर तुरंत टेस्ट कराएं और संक्त्रस्मित पाए जाने पर खुद को आइसोलेट करें। मास्क का उपयोग, हाथ धोने की आदत और भीड़भाड़ से बचाव ही इस संक्त्रस्मण से बचने का सबसे कारगर उपाय है। – डॉ. सुरेश तिवारी, जेडी एवं प्रभारी सीएमएचओ बिलासपुर।