मिली जानकारी के अनुसार बिल्हा क्षेत्र के ग्राम पौंसरी निवासी बलदाऊ यादव ने 9 फरवरी को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराईं कि उसकी बहन जामफुल यादव बिना बताए कहीं चली गई है। इस पर गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। इसी दौरान जामफुल के घर के कमरे से गंध आने की सूचना पुलिस को मिली।
पुलिस फॉरेंसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंची और ग्राम सरपंच व सूचक के सामने कोठी का दरवाजा खोल अंदर गई। यहां रेत के ढेर को हटाकर देखने पर शव दिखाई दिया। शव को बाहर निकाल कर देखा गया तो पता चला कि वह जामफुल का ही शव है। उसके सिर पर गहरे चोट के निशान थे। मृतिका के भाई की रिपोर्ट पर पुलिस ने
हत्या का जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया।
डांट-फटकार से रखता था खुन्नस
पुलिस की पूछताछ में नाबालिग आरोपी ने बताया कि उसकी बुआ छोटी-छोटी बातों पर उसे डांटती-फटकारती थी। उसे नशे की लत थी, पैसे मांगने पर नहीं देती थी। 6 फरवरी को घर में रखे रपली से सोते समय रात करीब 11 बजे बुआ के सिर पर हमला कर हत्या कर दी। इसके बाद गले में पहने तीन पत्ती सोने के माला को निकाल कर देवकुमार रात्रे के पास 8000 रुपए में बेच दिया।
12 फरवरी को गांव में पुलिस की उपस्थिति देखकर देवकुमार रात्रे को घटना की जानकारी देकर उसी की मोटर साइकिल लेकर भाग गया। पुलिस ने आरोपियों से रपली और मोटर साइकल जब्त कर लिया है। पुलिस ने मुख्य नाबालिग आरोपी के साथ उसके दो अन्य नाबलिग सहयोगियों व आरोपी देव कुमार रात्रे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
गायब भतीजे पर पुलिस काशक सच साबित
मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतका का नाबालिग भतीजा 12 फरवरी को घर पर नहीं था। इस पर शक की सुई उसी पर गई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस की टीम ने गुरुवार को उसे पकड़ लिया। पूछताछ में वह लगातार गुमराह करता रहा। कड़ाई बरतने पर आखिरकार उसने अपने 2 अन्य साथियों साथ मिल कर बुआ की हत्या करना स्वीकार किया।