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Bharatmala Project: भारतमाला फर्जीवाड़ा पार्ट-2 की तैयारी, प्रतिबंध के बावजूद 33 जमीनों की रजिस्ट्री दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड कार्यालय अधीक्षक योगेंद्र कोयल ने तोरवा थाने में फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि
रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से टेक्नीशियन पद के लिए दिसंबर 2024 में परीक्षा आयोजित हुई थी। इसके लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। ये परीक्षा 20, 26, 28 और 29 दिसंबर 2024 को देश भर में आयोजित हुई थी।
ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा एग्जाम में सफल उम्मीदवारों की सूची जारी कर चयनित उम्मीदवारों को ज्वाॅइनिंग लेटर भेजा गया। जब चयनित प्रतियोगी सुमित कुमार दस्तावेज लेकर ज्वाॅइन करने पहुंचा, तब उसके दस्तावेजों की जांच की गई। इस दौरान उसकी बायोमैट्रिक जांच की गई। इसमें पता चला कि एग्जाम में वह चार जगहों पर अलग-अलग नाम से शामिल हुआ था। परीक्षा में राजेश कुमार उर्फ अविनाश यादव ने शुभम कुमार के नाम से दो बार एवं सुमित कुमार और अवनीश कुमार के नाम से आनलाइन परीक्षाएं दी थी।
सभी आवेदन में अलग-अलग फोटो आरोपी ने अपने ऑनलाइन आवेदन पत्र में वह अपनी अलग-अलग फोटो अपलोड किया था। जिसकी वजह से एग्जाम सेंटर में उसकी पहचान नहीं हो सकी। लेकिन, परीक्षा केंद्रों में बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन और उपस्थिति के दौरान खींचे गए फोटो एक ही व्यक्ति के पाए गए।
यह मामला पटना ( बिहार) का है। वहीं आरोपी ने चार सेंटरों में रेल्वे टैक्नीशियन की परीक्षा दी थी। रेलवे अधिकारी की शिकायत पर शून्य में अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले के साथ आरोपी को पटना पुलिस के हवाले किया जाएगा।
अभय सिंह बैस, टीआई तोरवा, बिलासपुर