परीक्षा का समय सुबह 10 से दोपहर 12.15 रहा। बिलासपुर के विभिन्न केंद्रों में 46033 में से 32248 परीक्षार्थी ही उपस्थित रहे वहीं 13785 अनुपस्थित रहे। अभ्यर्थियों ने परीक्षा को लेकर कहा कि वैसे बहुत कठिन प्रश्न पूछे जाते हैं, लेकिन इस बार बहुत ही सरल सवाल आए थे। सवाल अच्छे से सॉल्व किए हैं। व्यापम ने पूछा कि राउत नाचा के बीच गाए जाने वाले दोहे क्या होते हैं? इसी तरह सामान्य हिंदी, छत्तीसगढ़ी, सामान्य अध्ययन, भारत का सामान्य अध्ययन, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और आजीविका संबंधित योजनाओं से संबंधित प्रश्न पूछे गए।
इस तरह के पूछे गए सवाल
मड़वा ताप विद्युत स्टेशन छत्तीसगढ़ के किस जिले में है? ‘अंग लगना’ मुहावरे का अर्थ बताएँ? संतान की उम्र के लिए छत्तीसगढ़ में प्रचलित त्योहार क्या है? सरपंच अपना त्याग पत्र किसे सौंपता है? बस्तर जिले की 3 प्रमुख नदियां? राज्य सरकार का कार्यकारी प्रमुख कौन होता है? 2011 जनगणना के अनुसार ग्रामीण-शहरी परिवार का प्रतिशत? भारत में पंचायती राज के तहत ग्राम सभा का प्रमुख कार्य?
वित्त मंत्री ओपी चौधरी के हस्तलिखित बजट भाषण में क्या मुख्यमंत्री नगर उत्थान योजना के लिए राशि का प्रावधान है?
ये चीजें परीक्षा केंद्र में किए गए बैन
परीक्षा हॉल में अभ्यर्थी केवल पारदर्शी पानी बॉटल ले जाने दिए गए। उस पर किसी भी प्रकार का स्टीकर नहीं होना था। परीक्षा हॉल में डिजिटल वॉच, मोबाइल फोन, आईटी गैजेट्स, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ, किसी भी प्रकार के कयुनिकेशन उपकरण और बैग या पर्स ले जाने तथा मोबाइल पर ई-एडमिट कार्ड की अनुमति नहीं थी।
छग का सामान्य ज्ञान व ग्रामीण विकास के प्रश्न थे सरल, समय पड़ गया कम
रविवार को शहर के अलग अलग जगह में एडीइओ का परीक्षा हुआ।
छत्तीसगढ़ व्यापम की सहायक विकास विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा परीक्षा हुई। 200 पदों के लिए 3 लाख 10 हजार कैंडिडेट्स आवेदन किए थे, जिसमें 70 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा का समय सुबह 10 से दोपहर 12.15 रहा। इसमें करीब 15 अभ्यर्थी 2 मिनट की देरी से पहुंचने पर एग्जाम से चूक गए हैं। हालांकि वह कॉलेज कैंपस के अंदर 9.55 के पहुंच गए थे। वहीं अभ्यर्थियों ने कहा, सवाल सरल थे अच्छे से सॉल्व किए हैं।
पेपर का लेवल तो ठीक रहा, लेकिन क्लास रूम की व्यवस्था ठीक नही लगी। कुर्सियां पास-पास थीं, थोड़ा असहज महसूस हुआ। परीक्षा के दौरान कई बार लाइट भी गई। जिससे लगभग सभी को परेशानी हुई। – ऋषभ दुबे, अभ्यर्थी
मैंने पिछली बार भी परीक्षा दिया था, तब थोड़ा टफ था। लेकिन इस बार तो सामान्य ज्ञान और पंचायत राज वाले सवाल खास आसान लगे। टाइम भी सही से मैनेज हो गया। – मनीष कश्यप, अभ्यर्थी
जब पेपर देखा तो रिलैक्स हो गया था लेकिन शुरुआत में टाइम मैनेज नहीं कर पाया। अब लग रहा है कि थोड़ा और प्रैक्टिस करता तो और बेहतर होता। – बृजेश साहू, अभ्यर्थी ग्रामीण विकास योजना से संबंधित कुछ प्रश्न मुश्किल थे लेकिन छग से संबंधितसामान्य ज्ञान के प्रश्न सरल लगे। रीजनिंग में फंस सकता था, लेकिन जो क्वेश्चन आए वो बहुत ही बेसिक लेवल के थे। मैं २ माह से तैयारी कर रहा था और जैसा पढ़ा था, वैसा ही पेपर आया। – अजय मरकाम, अभ्यर्थी