बिरला ने कहा कि विकास योजनाएं ऊपर से नहीं, जड़ों से उपजनी चाहिए। गांवों में संवाद की संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए चौपालों के माध्यम से स्थानीय समस्याओं की सूची बनाई जानी चाहिए, ताकि विकास की प्राथमिकताएं •ामीन से तय हों और क्रियान्वयन में
पारदर्शिता आए।