लोक संस्कृति की छठा बिखेरते चलते लोक कलाकार, नखराळी म्हारी बूंदी…, आछी आई र बूंदी की तीजा…., केसरिया बालम आओ न पधारो…सरीखे गीतों पर थिरकते लोक कलाकार और घोडिय़ा। रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगाता आसमां, शौर्य शृंगार की प्रतीक कजली तीज माता की एक झलक पाने को उत्साहित शहरवासी…पग-पग पर तीज माता की आगवानी करते लोग।
बूंदी•Sep 03, 2023 / 06:21 pm•
पंकज जोशी
Hindi News / Photo Gallery / Bundi / शाही ठाठ-बाट से पालकी में सवार होकर निकली तीज माता…देखे तस्वीरें