धार्मिक आयोजन और आर्थिक शक्ति का संगम (Mahakumbh 2025)
महाकुंभ (Mahakumbh 2025), जो 144 वर्षों में एक बार होता है, इस बार प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव और चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि यह आयोजन न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि एक विशाल आर्थिक अवसर भी साबित हुआ है। खंडेलवाल के अनुसार, प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस बार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन और 2 लाख करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना थी। लेकिन देशभर से उत्साह और भागीदारी (Mahakumbh 2025) को देखते हुए यह आंकड़ा बढ़कर 60 करोड़ श्रद्धालुओं तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे कुल व्यापार 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।स्थानीय व्यापार में जबरदस्त उछाल
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में व्यापार को अप्रत्याशित गति मिली है। श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के कारण महाकुंभ-थीम वाले उत्पादों जैसे डायरी, कैलेंडर, जूट बैग और स्टेशनरी की मांग में भारी इजाफा हुआ है। इसके अलावा, होटल, धर्मशालाओं और गेस्ट हाउसों में बुकिंग पूरी तरह से भरी हुई है, जिससे आतिथ्य उद्योग में उछाल आया है।आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले प्रमुख क्षेत्र
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के कारण कई प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में तेज आर्थिक गतिविधियां देखी गई हैं। इनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:-आतिथ्य और आवास: होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं की बुकिंग उच्चतम स्तर पर है।
- भोजन और पेय पदार्थ: रेस्तरां, स्ट्रीट फूड विक्रेताओं और प्रसाद निर्माताओं की बिक्री में भारी वृद्धि हुई है।
- परिवहन और लॉजिस्टिक्स: बस, ट्रेन, टैक्सी और अन्य परिवहन सेवाओं की मांग बढ़ी है।
- धार्मिक वस्त्र और पूजा सामग्री: वस्त्र, मालाएं, धूप-अगरबत्ती, गंगाजल और अन्य धार्मिक सामग्री की बिक्री चरम पर है।
- हस्तशिल्प, वस्त्र और उपभोक्ता वस्त्र: स्थानीय कारीगरों और व्यापारियों को व्यापार का बड़ा लाभ मिला है।
- स्वास्थ्य और कल्याण सेवाएं: अस्पताल, आयुर्वेदिक केंद्र और मेडिकल सुविधाओं की सेवाएं व्यापक रूप से बढ़ी हैं।
- मीडिया, विज्ञापन और मनोरंजन: धार्मिक चैनलों, सोशल मीडिया प्रमोशन और आउटडोर विज्ञापन उद्योग को भी बढ़ावा मिला है।
- सार्वजनिक सेवाएं: सफाई, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से जुड़े व्यवसायों को भारी मुनाफा हुआ है।
- टेलीकॉम और प्रौद्योगिकी: मोबाइल नेटवर्क, एआई-आधारित सुरक्षा उपकरण और सीसीटीवी कैमरों की मांग में उछाल आया है।