दो प्रकार के फैक्टर अहम (Share Market)
मैक्रोइकोनॉमिक फैक्टर- यह विभिन्न एसेट क्लास में बड़े जोखिमों को दर्शाते हैं।
- महंगाई दर, जीडीपी ग्रोथ और बेरोजगारी दर जैसे फैक्टर इसमें शामिल हैं।
- किसी एसेट क्लास के भीतर रिटर्न और जोखिम को समझाने में मदद करते हैं।
- इसमें ग्रोथ और वैल्यू स्टॉक्स, कंपनी का मार्केट साइज, इंडस्ट्री और सेक्टर शामिल होते हैं।
कैसे बनता है पोर्टफोलियो?
मोमेंटम: हालिया प्राइस ट्रेंड मजबूत होने वाले शेयरों को प्राथमिकता दी जाती है। यह रणनीति बुल मार्केट में अधिक प्रभावी होती है। क्वालिटी: ऐसी कंपनियां चुनी जाती हैं, जिनकी आय स्थिर होती है और बैलेंसशीट मजबूत होती है।क्या हैं फैक्टर फंड्स और कैसे करता हैं काम?
फैक्टर फंड्स, पारंपरिक इंडेक्स फंड्स से अलग होते हैं। इनमें स्टॉक्स को किसी खास फैक्टर जैसे कि वैल्यू, ग्रोथ, क्वालिटी, लो वोलेटिलिटी और मोमेंटम के आधार पर चुना जाता है। यह स्मार्ट बीटा इन्वेस्टमेंट का हिस्सा होते हैं, जहां निवेशकों को मार्केट कैप आधारित निवेश से बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना होती है।क्या निवेशकों के लिए सही हैं फैक्टर फंड्स?
हालांकि फैक्टर फंड्स का प्रदर्शन कई बार बेहतर होता है, लेकिन इनमें जोखिम भी अधिक होता है। खासतौर पर तब जब बाजार में उतार-चढ़ाव अधिक हो। यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं, तो फैक्टर फंड्स आपके पोर्टफोलियो में अच्छा ऐड-ऑन हो सकते हैं। लेकिन शॉर्ट टर्म में इनसे अत्यधिक रिटर्न की उम्मीद करना सही नहीं होगा।फिनटेक एक्सपर्ट्स की राय
फिनटेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि फैक्टर फंड्स उन निवेशकों के लिए बेहतर हैं जो अपने निवेश को डायवर्सिफाई करना चाहते हैं और पारंपरिक इंडेक्स फंड्स से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं। लेकिन इसमें निवेश करने से पहले निवेशकों को मार्केट की मौजूदा स्थिति और अपने जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखना चाहिए।क्या करना चाहिए निवेश?
सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार दीपेश राघव का मानना है किमोमेंटम रणनीति का अतीत में प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन भविष्य में इसकी गारंटी नहीं होती। फैक्टर फंडों का लाइव ट्रैक रिकॉर्ड सीमित होता है, इसलिए निवेश से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें। निवेशक (Share Market) अपने पोर्टफोलियो को पाँच अलग-अलग रणनीतियों- मोमेंटम, वैल्यू, ग्रोथ, क्वालिटी और मिडकैप एवं स्मॉलकैप में विभाजित करें। प्रत्येक रणनीति में 20% निवेश करना एक संतुलित दृष्टिकोण हो सकता है। यदि इस रणनीति को सही तरीके से अपनाया जाए, तो मोमेंटम फंड आपके मुख्य पोर्टफोलियो (Share Market) का हिस्सा बन सकता है और जोखिम भी नियंत्रित रहेगा।