एक सप्ताह के लिए घट गई थी ठंड आम तौर पर मध्य प्रदेश के इस क्षेत्र में दिसंबर के अंत तक ठंड बढऩे की शुरुआत होती है, लेकिन इस बार मौसम के अचानक बदलाव ने लोगों को चौंका दिया है। पिछले कुछ दिनों से तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही थी, जो सामान्य से थोड़ा ज्यादा था। इस बीच, पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण-पूर्वी हवाओं का संयोजन अब मौसम में ठंडक ला रहा है, और आगामी दिनों में तापमान और अधिक गिरने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ से आर रहा मौसम में बदलाव मौसम विभाग के अनुसार, इस मौसम परिवर्तन का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ है, जो अब धीरे-धीरे मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों की ओर बढ़ रहा है। इसके साथ ही, उत्तरी पाकिस्तान में हवा के ऊपर एक चक्रवात का निर्माण हो चुका है, जो मौसम पर प्रभाव डाल रहा है। जम्मू-कश्मीर में स्थित द्रोणिका और राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र भी इस परिवर्तन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इन सभी मौसमीय घटनाओं के चलते दक्षिण-पूर्वी हवाएं प्रदेश में नमी लेकर आ रही हैं, जिससे बारिश और ठंड का मौसम बन रहा है।
आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड का पूर्वानुमान मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में 27 दिसंबर से ठंडी हवाओं का दूसरा दौर शुरू हो सकता है। 27 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश में प्रवेश करेगा, जो मुख्य रूप से पश्चिमी मध्य प्रदेश के इलाकों को प्रभावित करेगा। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश में भी मौसम में हल्के परिवर्तन हो सकते हैं। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड का दौर तेज हो सकता है, और आगामी सप्ताह में प्रदेश में अधिक ठंड और हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय उत्तरी पाकिस्तान से आ रही हवा, जम्मू-कश्मीर से गुजर रही द्रोणिका और राजस्थान में बने कम दबाव का क्षेत्र एक साथ मिलकर इस मौसम परिवर्तन का कारण बन रहे हैं। इन घटनाओं के कारण दक्षिण-पूर्वी हवाएं प्रदेश में अधिक नमी ला रही हैं, जिससे मौसम में ठंडक बढऩे लगी है और भविष्य में इसका असर और भी ज्यादा हो सकता है।