Ken Betwa Link Project Live : केन बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12.10 मिनट पर खजुराहो पहुंच गए हैं। नीचे लिखी खबर में देखें लेटेस्ट अपडेट्स..।
छतरपुर•Dec 25, 2024 / 03:42 pm•
Faiz
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के साथ साथ अन्य विकास कार्यों की आधारशिला रखी। इसके बाद अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर तंज कसा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकारें सिर्फ घोषणाएं करने, फीता काटने और दीया जलाने तक सीमित रहीं, जिससे जनता को कोई ठोस लाभ नहीं मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'अतीत में कांग्रेस सरकारें सिर्फ अखबारों में तस्वीरें छपवाकर अपनी वाहवाही लूटा करती थीं, लेकिन जनता की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहीं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्लांट का भी उद्घाटन किया। ये मध्य प्रदेश का पहला फ्लोटिंग सोलर प्लांट कहलाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि 'आज मध्य प्रदेश विकास के नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है और इन परियोजनाओं से प्रदेश को नई ऊर्जा मिलेगी।'
पीएम मोदी ने कहा कि, सुशासन दिवस सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि बीजेपी सरकारों की पहचान है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि 'आज़ादी के 75 वर्षों का आकलन करें और देखें कि कांग्रेस, वामपंथी, परिवारवादी और गठबंधन सरकारों ने क्या किया और बीजेपी की सरकारों ने क्या उपलब्धियां हासिल कीं।'
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जल संकट का समाधान न निकालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'मध्य प्रदेश के किसान और माताएं दशकों तक पानी के लिए संघर्ष करते रहे, लेकिन कांग्रेस ने जल संकट का स्थायी समाधान निकालने की कभी कोशिश नहीं की।'
पीएम मोदी ने कहा कि 'अटल बिहारी वाजपेयी ने जल संकट को हल करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए थे, लेकिन 2004 में कांग्रेस के सत्ता में आते ही, अटल जी की योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।' प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण से स्पष्ट है कि आगामी चुनावों में बीजेपी विकास और सुशासन को अपना प्रमुख मुद्दा बनाएगी।
पीएम मोदी ने बाबा साहब आंबेडकर को जल शक्ति योजनाओं का क्रेडिट दिया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के पीछे बाबा साहब आंबेडकर का हाथ था। लेकिन कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब को क्रेडिट नहीं दिया। सभी कामों के लिए एक शख्स को क्रेडिट दिया गया। देश के राज्यों के बीच पानी को लेकर विवाद थे। देश में जल शक्ति के लिए बाबा साहब आंबेडकर ने प्रयास किए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में जब-जब भाजपा को जहां-जहां सेवा करने का मौका मिला। हमनें पुराने रिकॉर्ड तोड़कर काम किया। आजादी के दिवानों ने जो सपने देखे, उन्हें साकार करने के लिए हम दिन-रात पसीना बहा रहे हैं। अतीत में कांग्रेस की सरकारें सिर्फ घोषणाएं करने का काम करती थी। अखबरों में विज्ञापन देना, दीए जलाना ही उनका काम था। 35-35 साल बीते के बाद भी योजनाओं का काम शुरू नहीं होता था।
केन-बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत बुंदेलखंड की भाषा में किया। उन्होंने इसाई समाज को क्रिसमस की बधाई दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि, प्रदेश की मोहन यादव सरकार को एक साल पूरा हो गया है। प्रदेश के लोगों को मैं इसकी बधाई देता हूं। इस 1 साल में प्रदेश में विकास की अगल रफ्तार दिख रही है। केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास हुआ। ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण भी हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि आज अटलजी की जयंती को 100 साल हो गए। ये हमारे लिए सुशासन दिवस है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन और बेतवा नदियों के जल को एक साथ मिलाकर केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास किया। इससे पहले उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी पर डाक टिकट भी जारी किया।
इसके बाद सीएम मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा आज मध्य प्रदेश की धरती पर अनोखा इतिहास लिखा है। उन्होंने कहा कि अलटजी ने जो सपना देखा वो आज पीएम मोदी के मार्गदर्शन में पूरा हो रहा है। कांग्रेस इतने सालों तक लोगों से वोट मांगकर सरकार बनानी रही, लेकिन बुंदेलखंड की ओर ध्यान नहीं दिया। यहां लोग सूखे से परेशान बने रहे। मैं पीएम मोदी का आभार मानता हूं कि उन्होंने सरकार में आने के बाद किसान, गरीब समेत समाज के सभी वर्गों की चिंता की।
केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा के संबोधन से शुहु हुआ। इस दौरान उन्होंने परियोजना को लेकर पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा- अब बुंदेलखंड सशक्त और समृद्ध बनेगा।
पीएम मोदी कार्यक्रम स्थल पर बनाए गए मंच तक आने के लिए खुली गाड़ी पर सवार दिखे। वे खुली गाड़ी में सवार होकर लोगों का अभिवादन स्वीकर करते हुए आगे बढ़े। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे।
पीएम मोदी के कार्यक्रम में विरोध को देखते हुए प्रशासन एक्शन मोड में है। व्यवस्थाएं इतनी टाइट रखी गई हैं कि कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे लोगों को काले कपड़े पहनकर आने पर भी बैन है। चैंकिग द्वार पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा काले कलर के गमछे, टोपी समेत अन्य सामान बाहर रखवाए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 12.10 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पर उतरे। यहां से वे खजुराहो थाने के पास बनाए गए सभा स्थल के लिए रवाना हुए। फिलहाल, पीएम नरेंद्र मोदी खजुराहो से देश को संबोधित कर रहे हैं। हालांकि, करीब 2 घंटे 10 मिनट खजुराहो में रुकने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी दोपहर 2:20 बजे दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के लिए खजुराहो आए पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। यहां पीआरओ द्वारा जारी किए गए मीडियाकर्मियों के पहचान पत्र में उनकी तस्वीर नहीं लगाई गई। इन कार्डों पर कलेक्टर के साइन के बाद ऊपर से तस्वीर चिपकाई गईं। बताया जा रहा है कि इन पहचान पत्रों पर थोक में कलेक्टर कार्यालय की सील और साइन किए गए। फिर ऊपर से तस्वीर चिपका दी गई। ऐसे में किसी भी तस्वीर के ऊपर कोई सील साइन नहीं है। ऐसे में कोई भी कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर कार्यक्रम में एंट्री ले सकता है। इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक कहना गलत नहीं होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत-रत्न से सम्मानित स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की आज 25 दिसंबर को 100वीं जयंती है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी करीब 44 हजार करोड़ की लागत वाली केन-बेतवा परियोजना की सौगात दी। इसके लिए पीएम मोदी दोपहर 12.10 बजे खजराहो पहुंचे। इस दौरान वे देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास करेंगे। साथ ही देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण और 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन करेंगे। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी की स्मृति में स्टांप और सिक्का भी जारी करेंगे।
बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल संकट को दूर करने के लिए ऐतिहासिक केन-बेतवा लिंक परियोजना शुरु हुई गई है। परियोजना के लिए 44,608 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इसमें केंद्र सरकार 90 फीसदी खर्च करेगी, जबकि शेष 10 फीसद राशि राज्य सरकार को वहन करना होगा। इस प्रोजेक्ट से मध्य प्रदेश के साथ साथ उत्तर प्रदेश में सिंचाई और पेयजल समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा। परियोजना को दो चरणों के तहत 8 साल में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिले में केन नदी पर दौधन बांध बनाया जाएगा। इसके लिए 3,400 करोड़ राशि स्वीकृत हुई है। बांध के लिए भूमि अधिग्रहण का काम 60 फीसदी पूरा हो चुका है।
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