स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मरीज की संख्या शून्य बता रहा है, जबकि प्राइवेट लैब में डेंगू के मरीज सामने आएं हैं, जिसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग से छिपाई जा रही है। अपने घर के सभी पानी के कंटेनर, कूलर, फ्रिज, टांके, टंकिया, टायर को प्रति सप्ताह जांच ले की एडीज मच्छर के लार्वा तो नही पनप रहे तथा उन्हें खाली कर सफाई कर दे। पानी के बड़े कंटेनर जिनकी सफाई व ढांकना संभव न हो तो उनमें मीठा तेल प्रति सप्ताह डालें।
सबसे ज्यादा लार्वा कूलर में पनपते हैं जो लोगोंं को दिखाई नहीं देते हैं, अगर कूलर का उपयोग खत्म हो गया है तो उसे खाली कर सुखा लें। तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ो में दर्द, नाक व मसूड़ों से रक्तस्राव होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क कर डेंगू की एलिसा टेस्ट करवाएं।
नियमों की बात की जाए तो जिन पैथालॉजी लैबों में डेंगू की जांच होती है उन्हें पॉजीटिव रिपोर्ट के बाद मरीज व उनका पता स्वास्थ्य विभाग को देना होता है। शहर की गिनी चुनी लैब को छोड़ दे तो अन्य कोई लैब स्वास्थ्य विभाग को मरीज मिलने की सूचना नहीं देते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ देवेंद्र भालेकर ने बताया कि घर व आसपास कहीं पर पानी एकत्रित न होने दें, डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, शरीर के अंगों को ढक कर रखे। बुखार आने पर डॉक्टर को दिखाए तथा उपचार शुरु करें। स्थानों को चिंहित कर वहां पर लार्वा का सर्वे कर उन्हें नष्ट किए जा रहे हैं।