महिलाओं ने किया त्याग
दूसरे वर्ष इस पोर्टल में 60 वर्ष की आयु तथा हितलाभ त्याग करने वाली महिलाओं की संया तो है ही, साथ ही योजना में 690 महिलाएं अपात्र तथा 646 महिलाएं मृत होना बताई गई हैं। इसके अलावा समग्र से डिलीट 399 तथा आधार से समग्र का संपर्क टूटने में 505 महिलाएं हैं। इस वजह से लाड़ली बहनों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा 890 महिलाओं ने अपने लाभ का त्याग कर दिया।महिलाएं हुईं आत्मनिर्भर
लाड़ली बहना योजना में महिलाओं को हर माह करीब 47 करोड़ रुपए हर माह मिल रहे हैं। इससे शहरी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल गई है। सामान की खरीदी-बिक्री से बाजार में नकदी आ रही है। व्यवसायी मान रहे हैं कि डेढ़ साल से लगातार लाड़ली बहना की राशि प्राप्त होने से गरीब महिलाओं की हाथों में क्रय शक्ति आई है। वे खान-पान की चीजों के साथ मनपसंद वस्तुएं खरीदने उत्सुक हुई हैइस वजह से कम हुई महिलाओं की संख्या
अपात्र महिलाओं की संया: 690लाभ परित्याग करने वाली महिलाएं: 890
मृत महिलाओं की संया: 646
समग्र से डिलीट महिलाएं: 426
आधार से समग्र डि-लिंक महिलाएं: 505
60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं: 10963
कुल पात्र महिलाएं: 392912