जिले में मानसून की दस्तक के बाद भी बारिश की रफ्तार उम्मीद के मुताबिक नहीं रही है। सामान्य औसत वर्षा 1059 मिमी वाले छिंदवाड़ा जिले में अब तक केवल 49.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में भी कम है। वर्ष 2024 की इसी अवधि तक जिले में 68.5 मिमी वर्षा हो चुकी थी। गुरुवार को सुबह 8 बजे तक समाप्त 24 घंटे की अवधि में पूरे जिले में महज 0.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान केवल चार तहसीलों में हल्की वर्षा हुई। तामिया में 1 मिमी, बिछुआ में 2 मिमी, परासिया में 1 मिमी और उमरेठ में 1.6 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गई। बारिश की धीमी शुरुआत से किसानों में चिंता का माहौल है।
खरीफ फसलों की बुआई के लिए आदर्श समय जून का अंतिम सप्ताह होता है, लेकिन अभी तक पर्याप्त नमी नहीं बन पाई है। यदि आने वाले एक सप्ताह में अच्छी बारिश नहीं हुई, तो बोवनी का कार्य प्रभावित हो सकता है और इसका असर फसल उत्पादन पर भी पड़ सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले सप्ताह से बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। कुल मिलाकर, मानसून की धीमी चाल और औसत से कम बारिश ने जिले के किसानों को चिंतित कर दिया है।