क्रिकेट फैंस जिस टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, उसके शुरुआती मुकाबलों में दर्शकों को हथौड़ा चलने की आवाजें और ड्रिल मशिल की गड़गड़ाहट सुनाई दे सकती है। क्योंकि कराची स्टेडियम का काम देख रहे बिलाल चौहान ने समय पर काम पूरा करने के लिए पहले ही असहमति जता दी थी। पिछले साल अक्टूबर से शुरू हुआ नवीनीकरण का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। 31 जनवरी तक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी को स्टेडियम सौंपने वाला था लेकिन हालत देख ऐसा मुमकिन नहीं लग रहा है।
हाल ही डॉन के साथ बातचीत में बिलाल चौहान ने बताया कि जब पीसीबी अध्यक्ष ने वेन्यू को लेकर अपनी मांग रखी, जिसमें स्टेडियम में 2 बड़े स्क्रीन, 350 एलईडी लाइटें, प्रसारण कवरेज को बेहतर करने के लिए ऊचें पोल, दर्शकों की सुविधा बढ़ाने के लिए 5,000 नई कुर्सियों की स्थापना के साथ-साथ मैदान के दोनों ओर दो डिजिटल स्क्रीन लगाना और चार-मंज़िला इमारत तैयार करना शामिल था, तो उन्होंने साफ कह दिया था कि समय पर काम पूरा कर पाना असंभव है। हालांकि परियोजना के लिए पीसीबी के निदेशक बिलाल चौहान ने ये भी बताया कि सब कुछ नियंत्रण में है और 31 तारीख तक स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा।
600 मजदूर दिन रात कर रहे काम
बिलाल ने कहा, “जब अध्यक्ष ने हमसे अपनी मांग रखी, तो हमारी पहली प्रतिक्रिया यह थी कि दिए गए समय में कार्य पूरा करना असंभव है। लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमें पूरा समर्थन दिया, उससे हमें विश्वास हुआ कि हम यह कर सकते हैं।” बिलाल के अधीन वर्तमान में लगभग 600 मजदूर दिन के समय काम कर रहे हैं, उनमें से लगभग आधे रात में काम करते हैं। बिलाल ने दावा किया कि नवीनीकरण कार्य शुरू होने के बाद से इनमें से कोई भी मजदूर घर नहीं आया है। लाहौर से आने वाले प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा, “मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है। मैं सुबह आठ बजे यहां पहुंचता हूं और रात दो बजे निकल जाता हूं। मेरा कोई निजी जीवन नहीं है।” बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का पहला मुकाबला पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। पाकिस्तान, भारत, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश ग्रुप A में हैं तो ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान की टीमें ग्रुप B में हैं। दोनों ग्रुप से 2-2 टीमें सेमीफाइनल्स में जगह बनाएंगी और फाइनल मुकाबला 9 मार्च को खेला जाएगा।