इसके बाद भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाए। शिवम दुबे ने सबसे ज्यादा 31 रन बनाए, जबकि विजय शंकर ने 29 रनों की पारी खेली। राहुल त्रिपाठी (16), रविचंद्रन अश्विन (1), रविंद्र जडेजा और दीपक हुड्डा (0) के साथ एमएस धोनी भी फ्लॉप रहे और सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। कोलकाता की ओर से गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। सुनील नरेन ने घातक गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट लिए, जबकि हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती ने दो-दो विकेट झटके।
104 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए कोलकाता की शुरुआत तेज रही। सलामी बल्लेबाज सुनील नरेन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 18 गेंदों में 44 रन ठोके, जिसमें कई शानदार चौके-छक्के शामिल थे। हालांकि उन्हें पांचवें ओवर में पवेलियन लौटना पड़ा। उनके जोड़ीदार क्विंटन डिकॉक ने 23 रन बनाए। इसके बाद रिंकू सिंह (15) और कप्तान अजिंक्य रहाणे (20) ने बिना किसी दबाव के टीम को 10.1 ओवर में जीत दिला दी। चेन्नई के लिए गेंदबाजी में अंशुल और नूर ने एक-एक विकेट लिया, लेकिन कमजोर बल्लेबाजी की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा। चेन्नई ने छह मैचों में अब तक सिर्फ एक मैच में जीत दर्ज की है।
मैच के बाद धोनी ने अपनी बल्लेबाजी लाइनअप पर बड़े सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा, “कुछ रातें ऐसी रही हैं जब हम अपने हिसाब से नहीं खेल पाए हैं। चुनौती हमेशा रही है, हमें चुनौती स्वीकार करनी होगी। आज मुझे लगा कि हमने बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं बनाए हैं। जब हमने दूसरी पारी में गेंदबाजी की तो गेंद थोड़ी रुक कर आ रही थी, पहली पारी में भी ऐसा हुआ। जब आप बहुत अधिक विकेट खो देते हैं, तो दबाव होता है और अच्छे स्पिनरों के साथ यह मुश्किल होता है। हमें कभी कोई साझेदारी नहीं मिली। पावरप्ले में सिर्फ़ 31 रन बनाने पर धोनी ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि परिस्थितियों को देखें, कुछ खेलों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है, अपनी ताकत पर भरोसा करें और ऐसे शॉट खेलें जो आप खेल सकते हैं।
60 भी इस CSK से होगा मुश्किल
किसी और के खेल से मेल न खाएं। हमारे सलामी बल्लेबाज अच्छे सलामी बल्लेबाज हैं, प्रामाणिक क्रिकेट शॉट खेलते हैं, वे ज़ोर नहीं लगाते या लाइन के पार हिट करने की कोशिश नहीं करते। स्कोरकार्ड देखकर हताश न होना महत्वपूर्ण है। अगर हम अपनी लाइनअप से 60 रन बनाने की कोशिश करेंगे तो हमारे लिए बहुत मुश्किल होगी। साझेदारी बनानी होगी। बीच के और बाद के ओवरों में इसका फायदा उठाना होगा। अगर हम विकेट खो देते हैं, तो मध्य क्रम को अपना काम अलग तरीके से करना होगा।