जडेजा ने जगाई जीत की उम्मीद
193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत का शीर्ष और मध्य क्रम ने पिच पर असमान उछाल के सामने टिककर नहीं खेल सका और मेहमान टीम अपने सात विकेट महज 82 रन पर गंवा चुकी थी। ऐसे में जडेजा के सामने बड़ी चुनौती थी। इसके बाद जडेजा ने बेहद धैर्यपूर्ण पारी खेली और 181 गेंदों पर नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन दूसरे छोर पर लगातार गिरते विकेटों के कारण टीम को जीत नहीं दिला सके। जडेजा ने जबरदस्त संघर्ष किया। हालांकि, सुरिंदर खन्ना ने कहा कि भारतीय टीम जीत हासिल नहीं कर पाई। इसलिए रवींद्र जडेजा की इस पारी को कोई याद नहीं रखेगा। उनका पास हीरो बनने का मौका था। सुरिंदर खन्ना ने कहा, “हमारे पास ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं है, जो पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ बैटिंग कर सके। पिच पर एक बार जम जाने के बाद, शायद जडेजा और रन बना सकते थे। मुझे लगता है कि जडेजा सोच रहे होंगे कि वह और स्ट्रोक लगा सकते थे। जब गेंद सॉफ्ट हो जाएगी, बुमराह, सिराज रन नहीं बना पाएंगे। आपको मैच जीतना होगा और हीरो बनना होगा। लोग इस नाबाद पारी को भूल जाएंगे।” भारत अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-2 से पीछे है। उसके सामने सीरीज जीतने की कठिन चुनौती है।
वाशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 12.1 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 22 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए। इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद सुरिंदर खन्ना का मानना है कि उनके स्थान पर कुलदीप यादव को चौथे टेस्ट में मौका देना चाहिए।
पहले दिन हुई थी चूक
सुरिंदर खन्ना का मानना है कि लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम से चूक हो गई थी। टीम में कुलदीप यादव होते तो ज्यादा असरदार होते। पूर्व क्रिकेटर ने कहा, “ऐसे स्कोर मुश्किल होते हैं। जब स्कोर बड़ा होता है तो आप ज्यादा सतर्क रहते हैं। इंग्लैंड को इसका क्रेडिट देना चाहिए, उन्होंने आर्चर को लाकर जिस तरह की योजना बनाई, उसे अच्छे से अंजाम दिया। सुंदर ने अहम विकेट जरूर लिए, लेकिन मुझे लगता है कि कुलदीप यादव बेहतर विकल्प हो सकते हैं। चौथी पारी में जैसे पिच बर्ताव करती है, उसमें मेरा मानना है कि कुलदीप ज्यादा असरदार हो सकते हैं।”