दरअसल एमी जोन्स ने दूसरे वनडे में एक असाधारण पारी खेली, जिसमें उन्होंने सिर्फ 98 गेंदों पर 129 रन बनाए। इस शानदार प्रदर्शन ने न केवल उनकी टीम को जीत दिलाई, बल्कि उन्हें दुनिया की शीर्ष पांच बल्लेबाजों में भी जगह दिलाई, क्योंकि अब वह 689 रेटिंग पॉइंट्स के साथ चौथे स्थान पर हैं। लौरा वोल्वार्ड्ट, स्मृति मंधाना और नैट साइवर-ब्रंट की तिकड़ी वनडे बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई है, लेकिन जोन्स खुद को एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित कर रही हैं।
जोन्स की प्रतिभा ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि इंग्लैंड ने एकदिवसीय श्रृंखला में अपना अपराजेय अभियान पूरा किया, जोकि उसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में उनकी पिछली सफलता पर आधारित था, जिसे उन्होंने 3-0 के अंतर से निर्णायक रूप से जीता था।
जोन्स के साथ-साथ अनुभवी गेंदबाज केट क्रॉस भी सुर्खियों में रहीं, जिन्होंने इंग्लैंड की सफलता में अहम भूमिका निभाई। क्रॉस ने तीन विकेट लेकर सीरीज का समापन किया, जिसमें अंतिम वनडे में 1/15 का प्रभावशाली प्रदर्शन शामिल था। उनके लगातार प्रयासों ने उन्हें ICC महिला वनडे बॉलिंग रैंकिंग में अच्छी बढ़त दिलाई, जहां वे अब आठवें स्थान पर हैं। आगामी भारत दौरे पर जोन्स और क्रॉस के साथ-साथ अन्य इंग्लैंड खिलाड़ियों के पास महिला रैंकिंग में अपनी स्थिति को और बेहतर करने का अवसर है।