इन खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नजर
भारत के लिए इस टूर्नामेंट में अब तक बाएं हाथ की स्पिन तिकड़ी पारुणिका सिसौदिया, वैष्णवी शर्मा और आयुषी शुक्ला ने अपनी फिरकी से भारत को फ़ाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है और ख़िताबी जंग में भारत को एक बार फिर इनसे काफ़ी उम्मीदें होंगी। वैष्णवी और आयुषी इस टूर्नामेंट की दो सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ हैं, वैष्णवी के नाम जहां 15 विकेट हैं वहीं आयुषी के नाम 12 विकेट हैं। हालांकि सुपर सिक्स में स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ टूर्नामेंट के इतिहास का पहला शतक जड़ने वालीं भारतीय सलामी बल्लेबाज़ी जी तृषा पर एक बार फिर भारत को एक ठोस शुरुआत दिलाने की ज़िम्मेदारी होगी। तृषा इस समय टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज़ भी हैं और फ़ाइनल में उनके प्रदर्शन के इतर भी तृषा के खाते में ही सर्वाधिक रन होने की उम्मीद है। तृषा ने अब तक 149.71 के स्ट्राइक रेट से 265 रन बनाए हैं। वहीं दक्षिण अफ़्रीका को भी अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ जेमा बोथा से काफ़ी उम्मीदें होंगी। सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 24 गेंदों पर उनकी 37 रनों की पारी दक्षिण अफ़्रीका को फ़ाइनल का टिकट दिलाने में अहम साबित हुई थी।