पंत ने इस सीरीज में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। पहले टेस्ट में हेडिंग्ले में उन्होंने 134 और 118 रनों की पारियां खेलीं, जिसमें कुल 9 छक्के शामिल थे। लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में भी पंत ने 74 रनों की पारी में 2 छक्के जड़े। उनकी इस आक्रामक शैली ने न केवल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के मारने का रिकॉर्ड भी उनके नाम कर दिया। पंत अब तक इंग्लैंड में 36 छक्के उड़ा चुके हैं, जो सबसे ज्यादा है।
गिल का भी गरज रहा बल्ला
इंग्लैंड में सिर्फ पंत का ही नहीं बल्कि कप्तान शुभमन गिल का बल्ला भी गरज रहा है। बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में शुभमन ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रनों की शानदार पारियां खेलीं। इस दौरान उन्होंने कुल 12 छक्के जड़ दिए। शुभमन ने इस मुकाबले में न केवल सबसे ज्यादा रन बनाए, बल्कि भारत को 336 रनों की विशाल जीत दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। गिल की कप्तानी पारी की बदौलत भारत ने एजबेस्टन में पहली बार टेस्ट मैच जीता। इंग्लैंड के जेमी स्मिथ ने भी इस सीरीज में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने तीन टेस्ट में 11 छक्के जड़े और कई मौकों पर इंग्लिश बल्लेबाजी को संभाला। स्मिथ ने न केवल बल्ले से, बल्कि विकेटकीपिंग में भी शानदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा भारत के रवींद्र जडेजा