‘इसी वजह से हम फाइनल तक पहुंच पाए’
पंजाब के कप्तान ने कहा कि हमारी टीम में बहुत से युवा खिलाड़ी हैं, वे पहली गेंद से ही अपनी शर्तें तय कर रहे हैं और उन्होंने पूरे सीजन में ऐसा किया है। यही कारण है कि हम फाइनल तक पहुंच पाए। बता दें कि मुंबई इंडियंस के खिलाफ 204 रन का लक्ष्य पीछा करते हुए पंजाब किंग्स ने अपने शुरुआती विकेट जल्दी गंवा दिए थे, लेकिन श्रेयस अय्यर ने 41 गेंद पर नाबाद 87 रन की पारी खेल टीम को पांच विकेट से जीत दिलाई।
‘सभी योजनाएं सटीक होनी चाहिए’
श्रेयस ने क्वालीफायर 2 में अपनी पारी और खेल के दौरान मानसिकता को लेकर कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि मैं जितना संभव हो सके स्थिति के अनुसार खेलना पसंद करता हूं और खेल से बहुत आगे नहीं निकलता। अगर मैं लक्ष्य का पीछा कर रहा हूं तो आवश्यक रन रेट और विकेट कैसा खेल रहा है और कौन से गेंदबाज आने वाले हैं, इस पर ध्यान देता हूं। इसके आधार पर ही मैं अपनी रणनीति बनाता हूं और यह भी सुनिश्चित करता हूं कि मैं खेल को अंत तक ले जाऊं। इसलिए ये सभी योजनाएं सटीक होनी चाहिए और मैच के दौरान क्रियान्वित होनी चाहिए।
मुंबई के खिलाफ जीत का जश्न भी नहीं मनाया
श्रेयस अय्यर ने मुंबई के खिलाफ विजयी पारी खेलने के बाद भी जश्न नहीं मनाया था। इस पर उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि मेरा आधा काम हो गया है, यह अभी खत्म भी नहीं हुआ है। मंगलवार को हमारा मैच है। मैंने इसी मानसिकता के साथ इसे अपनाया। काम आधा हो गया है और मुझे फिर वापस आना है। मुझे फिर से मैच खेलना है। मैं सोच रहा था कि रिकवरी महत्वपूर्ण है। ‘हम एक सीधी योजना के साथ नहीं चल सकते’
उन्होंने आगे कहा कि स्थिति कुछ भी हो सकती है और हम स्थिति के अनुसार खेलेंगे। ऐसा नहीं है कि हम एक योजना से दूसरी योजना पर चलते हैं। मैं ऊपर या नीचे जाने के बारे में नहीं सोचता। जैसा कि मैंने कहा कि बहुत सारे खिलाड़ियों ने अनुभव प्राप्त किया है। युवा खिलाड़ी स्वभाव से निडर हैं। उन्होंने अनुभव प्राप्त किया है और वे जानते हैं कि कैसे उसका उपयोग करना है। हम एक सीधी योजना के साथ नहीं चल सकते।
‘टीम को विजेता बनाने के लिए अपना सब कुछ लगा दूंगा’
श्रेयस अय्यर ने प्रेस कॉफ्रेंस के अंत में पंजाब किंग्स को चैंपियन बनाने के अपने दृढ़ संकल्प को दोहराते हुए कहा कि जब आप मैदान पर होते हैं तो यह सब प्रतिद्वंद्विता के बारे में होता है। यह आराम के बारे में बिल्कुल नहीं है। जब आप मैदान पर कदम रखते हैं तो आप युद्ध में होते हैं और आप जीतने के लिए लड़ते हैं। इसलिए मैं अपनी टीम को विजेता बनाने के लिए अपना सब कुछ लगा दूंगा और सब कुछ दे दूंगा।