पाटीदार ने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “विराट ने पिछले कुछ वर्षों में अहम योगदान दिया है और जीतना काफी मायने रखता है, खासकर उनके और RCB प्रशंसकों के लिए।” यहां यह बता दें कि विराट कोहली 2008 में खेले गए IPL के पहले सीजन से ही RCB से जुड़े हैं। वह 2013 से 2021 तक टीम के कप्तान भी रहे। आरसीबी अब तक 2009, 2011 और 2016 में फाइनल खेली है और इन तीनों ही मौकों पर विराट टीम का हिस्सा रहे हैं।
हालांकि रजत पाटीदार की अगुवाई वाली आरसीबी की मौजूदा सीजन में पंजाब किंग्स पर मानसिक बढ़त कायम है। मुल्लांपुर में खेले गए क्वालीफायर-1 में आरसीबी ने आठ विकेट से पंजाब को हराकर फाइनल में सीधे प्रवेश किया था।
पंजाब ने क्वालीफायर-2 में वापसी की और कप्तान श्रेयस अय्यर की रोमांचक और यादगार 41 गेंदों पर खेली गई 87 रन की पारी के बदौलत मुंबई इंडियंस पर पांच विकेट से जीत के साथ न सिर्फ फाइनल में जगह बनाई, बल्कि अपना पहला खिताब जीतने की उम्मीदों को भी जिंदा रखा।
पाटीदार ने दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट फ्रेंचाइजी में से एक के कप्तान के रूप में अपने पहले सीजन पर कहा कि उनकी टीम बहुत अधिक नहीं सोचेगी, बल्कि अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा, “अपेक्षाएं स्वाभाविक रूप से आती हैं, खासकर जब आप फाइनल में आरसीबी जैसी टीम का नेतृत्व कर रहे हों, लेकिन मैं हमेशा इस बात पर ध्यान केंद्रित करता हूं कि मेरे नियंत्रण में क्या है और वर्तमान में रहने की कोशिश करता हूं। कप्तानी का यह सफर मेरे लिए सीखने का एक बेहतरीन अनुभव रहा है। खेल के कुछ सर्वश्रेष्ठ दिग्गजों और विदेशी खिलाड़ियों के साथ रहने से वास्तव में मेरे दृष्टिकोण को विस्तार मिला है।”
पाटीदार ने बताया, “मैंने एक आरामदायक और सुरक्षित माहौल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों खिलाड़ी आत्मविश्वास महसूस करें। हम मंच के बारे में बहुत अधिक नहीं सोच रहे हैं। हम यहां अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने आए हैं।”
सैयद मुश्ताक अली 2024-25 का फाइनल रजत पाटीदार की कप्तानी वाली मध्य प्रदेश और श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली मुंबई के बीच खेला गया था। इसमें मध्य प्रदेश को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।