टेस्ट इतिहास में ऐसा तीसरी बार है, जब टूर के पहले ही दिन भारत के दो बल्लेबाजों ने शतक जड़े हों। ऐसे में आइए इस खबर के माध्यम से इन तीन मौकों के बारे में जानते हैं-
सचिन तेंदुलकर-वीरेंद्र सहवाग
तेंदुलकर और सहवाग की जोड़ी भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे सफल सलामी जोड़ियों में से एक है। इन दोनों ने नवंबर 2001 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर यह कारनामा किया था। ब्लोमफोंटेन में टेस्ट के पहले ही दिन डेब्यूटेंट वीरेंद्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर भारत को उस वक्त संकट से निकाला, जब टीम 68 के स्कोर तक चार विकेट गंवा चुकी थी। दोनों ही बल्लेबाजों ने टूर के पहले दिन शतक जड़े और टीम को माजबूत स्थिति पर पहुंचाया। वीरेंद्र सहवाग ने 105, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 155 रन की पारी खेली। जिसकी मदद से भारतीय टीम ने शुरुआत में लड़खड़ाने के बाद 379 रन का स्कोर बनाया। हालांकि, भारत यह मुक़ाबला नहीं जीत सका और दक्षिण अफ्रीका ने नौ विकेट से इसे अपने नाम कर लिया।
शिखर धवन-चेतेश्वर पुजारा
श्रीलंका के खिलाफ जुलाई 2017 में गाले में खेले गए पहले टेस्ट के पहले ही दिन खब्बू बल्लेबाज शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने अपने शतक पूरे किए थे। टीम इंडिया को 27 के स्कोर पर अभिनव मुकुंद (12) के रूप में पहला झटका लगा था, लेकिन यहां से धवन-पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 253 रन जोड़ते हुए टीम को 600 रन तक पहुंचाने में मदद की। धवन ने इस पारी में 190 रन बनाए, जबकि पुजारा ने 153 रन की पारी खेली। भारत ने मैच 304 रन से जीता था।
यशस्वी जायसवाल-शुभमन गिल
हेडिंग्ले में खेले जा रहे इस मैच में शुभमन गिल ने बतौर टेस्ट कप्तान अपने पहले ही मैच में शतकीय पारी खेली। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने भी 101 रन बनाए। गिल 127 रन बनाकर अब भी क्रीज़ पर टीके हुए हैं। वहीं जायसवाल 159 गेंदों में 16 चौके और 1 छक्का की मदद से 101 रन बनाए।