कुआलालमपुर के ब्यूमस ओवल में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दोनों सलामी बल्लेबाज 12 रन के भीतर पवेलियन लौट गईं। नताविसेंग नीनी ने दोनों को पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद कप्तान लुसी हैमिल्टन और कॉम्हे ब्रे को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन कप्तान 30 रन के टीम के स्कोर पर अपना विकेट गंवा बैठीं। ब्रे के 36 और इला ब्रिस्कोर के 27 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में 8 विकेट गंवाकर 105 रन बनाए। साउथ अफ्रीका की ओर से एश्ले वान विक ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 ओवर में 17 रन देकर 4 विकेट हासिल किए।
106 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और सलामी बल्लेबाज साइमन लौरेंस 5 रन बनाकर आउट हो गईं। फेय काउलिंग 7 गेंदों में एक छक्के की मदद से 7 रन बनाकर आउट हुईं। ऑस्ट्रेलिया को 35 रन पर दो सफलता मिल गई थी और उनकी मैच में वापसी करने की उम्मीद जगी हुई थी लेकिन जेमा बोथा और काइला रेयनेके ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दी।
2 फरवरी को खिताबी मुकाबला
बोथा ने 24 गेंदों में 5 चौके और 2 छक्कों की मदद से 37 रन बनाए तो रेयनेके ने 26 रन की पारी खेली। दोनों के आउट होने के बाद बचा हुआ काम सेशनी नायडू और मिके वूर्स्ट ने कर दी। दोनों नाबाद रहते हुए साउथ अफ्रीका को फाइनल में ले गईं। अब खिताबी मुकाबला 2 फरवरी को खेला जाएगा। साउथ अफ्रीका के सामने इंग्लैंड और भारत में से कोई एक टीम हो सकती हैं, जो दूसरे सेमीफाइनल में एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर आमने सामने हैं।