हेजलवुड का ‘फाइव विकेट हॉल’ बना गेम-चेंजर
मैच का सबसे निर्णायक क्षण रहा ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की शानदार गेंदबाजी। बारबाडोस की तेज पिच पर हेजलवुड ने वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने केवल 43 रन देकर 5 विकेट झटके, जिससे वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी में सभी 10 विकेट एक ही सेशन में गंवा दिए। यह हेजलवुड का टेस्ट करियर का 13वां ‘फाइव विकेट हॉल’ है, जो उनकी घातक गेंदबाजी की निरंतरता को दर्शाता है। उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया, और मेजबान टीम लक्ष्य का पीछा करने में पूरी तरह नाकाम रही।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी: मुश्किल हालात में जुझारू प्रदर्शन
मैच की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन बारबाडोस की मुश्किल पिच पर उनकी पहली पारी केवल 180 रनों पर सिमट गई। वेस्टइंडीज ने जवाब में 190 रन बनाए और पहली पारी में 10 रनों की मामूली बढ़त हासिल की। इस पिच पर पहले दो दिनों में कुल 24 विकेट गिर चुके थे, जो इसकी चुनौतीपूर्ण प्रकृति को दर्शाता है। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी खराब रही, लेकिन मध्य क्रम के बल्लेबाजों ने जुझारू प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 310 रनों तक पहुंचाया। इस स्कोर ने वेस्टइंडीज के सामने 301 रनों का लक्ष्य रखा, जो इस पिच पर बेहद मुश्किल साबित हुआ। मेजबानों ने इस रन चेज की शुरुआत तो अच्छी की। एक समय ऐसा था जब टीम का स्कोर 47 रन पर 1 विकेट था, इसके बाद जोश हेजलवुड ने ऐसा कहर बरपाया कि टीम ने अगले 9 रनों के अंदर 4 विकेट खो दिए। 56 के स्कोर पर आधी वेस्टइंडीज की टीम पवेलियन में थी।