अधिकारियों ने बताया कि घाटकोपर पुलिस की कार्रवाई में 12 बांग्लादेशी पकड़े गए है। जिसमें कई नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। उनके दस्तावेजों की जांच करने पर पता चला कि वे अवैध रूप से कई वर्षों से मुंबई में रह रहे थे। उनके पास से जाली दस्तावेज भी मिले हैं।
खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापा मारा था। शुरुआती जांच में पुष्टी हुई है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी बांग्लादेशी नागरिक हैं। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान रोहिमा शहाबुद्दीन खान (49), शकील कादिर शेख (30), रुखसाना शकील शेख (35), वहीदुल फैजल खान (41), जैस्मीन वहीदुल खान (38), सिमरन वहीदुल खान (20), हसन अब्दुल रशीद खान (65), अब्दुल अजीज रशीद शेख (55) के तौर पर हुई है। अन्य आरोपी नाबालिग बताये जा रहे हैं।
बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को बनाया जा रहा भारतीय- सोमैया
इस बीच बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में घुसपैठ का बड़ा रैकेट चल रहा है। इस महीने घाटकोपर के चिरागनगर इलाके से 28 बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि राज्य में घुसपैठ का एक बड़ा रैकेट सक्रीय है, जिसे दो नेता और दो उग्रवादी संगठन समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इसके तहत महाराष्ट्र में दो लाख बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को भारतीय बनाने की साजिश रची गई है। सोमैया ने कहा, ठाणे जिले के कल्याण तालुका में 1,250 बांग्लादेशी रोहिंग्याओं ने विभिन्न दस्तावेजों के लिए आवेदन जमा किए हैं। वहीँ, मालेगांव एपीएमसी के नाम का इस्तेमाल करके 193 करोड़ रुपये निकाले गए, जिनमें से 50 करोड़ रुपये का इस्तेमाल बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए किया गया। इसमें प्रशासन के कुछ अधिकारी भी शामिल पाए गए। मालेगांव के दो तहसीलदारों को सस्पेंड किया गया है। इन सभी मामलों की जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही है।