यह है मामला जानकारी के अनुसार शिवम पिता अमर सिंह गौंड 22 निवासी कुम्हारी जिला दमोह की शादी नंदनी गौंड पिता मोहन सिंह निवासी रिचकुड़ी थाना तेंदूखेड़ा से 13 मई को तय हुई थी। जिसके चलते मंगलवार की शाम कुम्हारी से चलकर बारात धूमधाम से रिचकुड़ी पहुंची, जहां स्वागत और द्वारचार की रस्म के बाद जयमाला का आयोजन शुरू हुआ। लेकिन जयमाला के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने छीटाकशी और अशोभनीय व्यवहार करना शुरू कर दिया। पहले, तो दोनों पक्षों ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की, लेकिन माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान जयमाला तो संपन्न हो गई, लेकिन उसके बाद वधू और वर पक्षों ने एक-दूसरे से रिश्ता तोड़ने का निर्णय लिया और मामला पुलिस थाना पहुंच गया।
थाने में पंचायत बैठी, विवाह रद्द करने पर बनी सहमति तेंदूखेड़ा पुलिस थाना में दोनों पक्षों की मौजूदगी में सामाजिक पंचायत बैठाई गई। पंचों की मध्यस्थता में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से विवाह की शेष रस्में निरस्त करने का निर्णय लिया और यह लिखित रूप में पुलिस को सौंपा गया कि वे एक दूसरे से कोई संबंध नहीं रखना चाहते। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि पैसों के लेनदेन को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ है।
घटना को लेकर महगुवां कलां गांव की सरपंच लक्ष्मीबाई राय ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों के कारण एक पवित्र रिश्ता बनने से पहले ही टूट गया। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच आपसी राजीनामा हुआ है और विवाह को रद्द कर दिया गया है।
इधर, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के बाद दूल्हा और उसके परिजन बिना विवाह के ही बारात लेकर घर लौट गए। वहीं, लड़की पक्ष भी मायूस नजर आया।