दरअसल, बुधवार सुबह गांव लोग के ग्रामीण हैंडपंप से पानी भरने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान एक युवक ने हैंडपंप के पानी से कुल्ला कर लिया। जब वह घर पंहुचा तो उसकी हालत बिगड़ने लगी और थोड़ी देर बाद वह बेहोश हो गया। पीड़ित को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज कराने के बाद वह ठीक हुआ।
फरवरी महीने में छुट्टियों की भरमार, 28 दिनों में इतने दिन बंद रहेंगे दफ्तर-स्कूल हैंडपंप से निकला झाग
सरपंच और अन्य ग्रामीण हैंडपंप के पास पहुंचे उन्होंने हैंडपंप चलाया तो पानी की जगह उसमें झाग निकलने लगा। हैंडपंप के पानी से गंदी बदबू आ रही थी। ग्रामीणों को हैंडपंप के पास एक जहरीली दवा की शीशी मिली। इससे उन्हें पता चला कि किसी ने हैंडपंप में जहरीली दवा मिलाई है। इसके बाद सरपंच प्रतिनिधि नोनेलाल अहिरवाल ने तेंदूखेड़ा थाने में लिखित सूचना दी और पीएचई कार्यालय को अवगत कराया। कलेक्टर के निर्देश के बाद पीएचई की टीम हैंडपंप के पानी की जांच करने के लिए गांव पहुंची है।