बता दें कि तेंदूखेड़ा में इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हजारों लोग निर्भर हैं। सैकड़ों गांव के लोग इलाज के लिए सीएचसी आते हैं। लेकिन उन मरीजों की इस समय मुश्किलें बढ़ रही हैं, जिनके इलाज में एक्स-रे की जरूरत पड़ रही है। क्योंकि यहां तीन महीने से एक्स-रे सेवा ठप है। एक्स-रे न होने से इलाज में दिक्कत हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मशीन की खराबी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। दुर्घटनाओं में घायलों को सही समय पर इलाज और एक्स-रे की रिपोर्ट की आवश्यकता होती है, लेकिन अब मरीजों को सही उपचार देने में देरी हो रही है। एक ओर समस्या यह है कि जिला अस्पताल तहसील मुख्यालय से ५५ किलोमीटर दूर होने के कारण लोगों को यात्रा में समय और धन दोनों की हानि हो रही है। खासकर ग्रामीण इलाकों के लोग इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। क्योंकि मरीज सीधे सीएचसी पहुंचते हैं और यहां पता चलता है कि एक्स-रे मशीन बंद है। इसलिए जिला अस्पताल जाना पड़ेगा। यह बेहद परेशानी भरी स्थिति होती।
लोगों का कहना है कि इस समस्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की स्थिति को नजरअंदाज करना लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।
कार्रवाई की जागी उम्मीद बता दें कि सीएचसी में होने वाली असुविधा क्षेत्रीय विधायक व राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह के संज्ञान में आई है। उन्होंने एक्सरे मशीन की समस्या का समाधान प्राथमिकता पर किए जाने की बात भी कही है। इनका कहना है कि सुविधा को सुचारू किए जाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों से बात कर निर्देशित किया जाएगा।
मामले में सीबीएमओ डॉ. आरआर बागरी ने बताया है कि एक्सरे मशीन बंद है, लेकिन यह जल्द ही शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए पूर्व में पत्राचार किया गया था। बीते दिन टेक्निशियन ने मौके का विजिट भी किया है। मशीन के कुछ पार्ट्स खराब हो गए हैं, जो बाहर से लाए जाने हैं। जल्द ही पार्ट्स बदलकर मशीन शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ढाई तीन माह से यह सुविधा प्रभावित है। हालांकि इस बीच में एक बार सुधार भी हो गया था, लेकिन दोबारा मशीन खराब हो गई।