बीईओ के निर्देशानुसार सभी छात्रावासों में नियमित रूप से परिसर के अंदर और बाहर की सफाई अनिवार्य की गई है। जलजमाव न होने देना, पानी की टंकियों की समय-समय पर सफाई, तथा मच्छरों से बचाव के लिए हर कमरे में मच्छरदानी और खिड़की-दरवाजों में जाली लगवाना अनिवार्य किया गया है। सा
थ ही मच्छर भगाने वाले क्रीम, स्प्रे आदि के उपयोग के निर्देश भी दिए गए हैं। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बच्चों को साफ पेयजल और गर्म, पौष्टिक भोजन प्रतिदिन मिलना चाहिए। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की निगरानी अधीक्षक स्वयं करें और किसी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर तत्काल सुधार सुनिश्चित करें।
बीईओ की चेतावनी
बीईओ नागेंद्र कुमार ने दो टूक कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान किसी
छात्रावास में लापरवाही या दिशा-निर्देशों की अवहेलना पाई गई, तो संबंधित अधीक्षक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बच्चों को स्वच्छता और बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए सतत प्रयास जारी रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बीमार छात्रों के लिए तत्काल चिकित्सा व्यवस्था
बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, उल्टी जैसे लक्षण नजर आते ही छात्रों को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने के निर्देश दिए गए हैं। स्वयं इलाज करने की अनुमति नहीं दी गई है। हर छात्र का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी अनिवार्य किया गया है।