सबसे ज्यादा परेशानी नगरी ब्लाक के छात्र-छात्राओं को हो रही है। नगरी ब्लाक में प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों को मिलाकर कुल 505 स्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में कुल 1600 शिक्षकाें के पद स्वीकृत है। यहां 1464 शिक्षक पदस्थ हैं। 136 शिक्षकों की आवश्यकता है। अधिकांश प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
CG News: 33 शिक्षक दूसरे जिले भेजे, यहां 136 पद खाली
धमतरी जिले में प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों को मिलाकर १४९६ स्कूलें संचालित है। युक्तियुक्तकरण के तहत 175 सहायक शिक्षक, 104 शिक्षक, 65 व्यायाता, 1 प्राचार्य और 8 प्रधान पाठकों को इधर से उधर किया गया है। वहीं 170 स्कूलों में से 133 स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति की गई है। 111 हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में गणित और विज्ञान विषय के शिक्षक दिए गए हैं, लेकिन संस्कृत, अंग्रेजी, वाणिज्य, भौतिक शास्त्र जैसे विषयों की कमी आज भी बनी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला में 30 बच्चों की संया पर 1 शिक्षक, माध्यमिक में 35 बच्चों के लिए 1 शिक्षक और हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल में 6 विषयवार शिक्षक के अलावा स्पोर्ट्स और ग्रंथापाल की नियुक्ति करनी है, लेकिन अधिकांश
स्कूलों में सेटअप के अनुसार शिक्षक ही नहीं है।
युक्तियुक्तकरण के तहत भेजे गए बाहर
इधर धमतरी जिले के प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में विषयवार शिक्षकाें की कमी है। इसके बाद भी युक्तियुक्तकरण के तहत 33 व्यायाता और शिक्षकों को रायपुर संभाग के अन्य जिले में भेजा गया है। इसे लेकर छग टीचर्स एसोसिएशन ने भी जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर
शिक्षकों को यथावत रखने की मांग की गई थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यदि इन शिक्षकों को जिले के ही स्कूलों में पदस्थ कर दिया जाता, तो कई स्कूलों को राहत मिलती।
डीईओ धमतरी टीआर जगदल्ले ने कहा की युक्तियुक्तकरण के तहत जिले के अधिकांश स्कूलों में रिक्त पदों में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। शिक्षक की कमी को दूर करने के लिए शिक्षक सेवा प्रदाताओं की सेवा ली जाएगी। इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेज गया है।,