केंद्रीय राज्यमंत्री ने किया निरीक्षण
इस मौके पर ठाकुर ने रेलवे अधिकारियों को तय समय-सीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए। ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के विजन को साकार करने के लिए सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण किए जाएं। उल्लेखनीय है कि इंदौर-दाहोद परियोजना की आधारशिला 2008 में रखी गई थी, जिसके तहत 200 किमी का रेलवे ट्रैक तैयार होगा, जो धार और झाबुआ जिलों से होकर गुजरेगा। धार स्टेशन का नाम रखा जाए राजा भोज स्टेशन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रेलवे की इस महती परियोजना से मप्र और गुजरात को आपस में जोड़ने का माध्यम बनेगी, बल्कि आदिवासी अंचलों के आर्थिक विकास और क्षेत्रीय समरसता को भी नई दिशा देगी। ठाकुर ने बताया कि धार के रेलवे स्टेशन का नाम राजा भोज के नाम से रखा जाए। इसलिए शीघ्र ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को प्रस्ताव भेजेंगे। उन्होंने मौके पर रेलवे का नक्शा सहित ड्राइंग और डिजाइन देखी और अफसरों को निर्देशित किया। इस मौके पर पश्चिम रेलवे के अधिकारी तपेश्वर राय सहित पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। (Raja Bhoj Railway station)
धार में चल रहे ये प्रोजेक्ट्स
रेलवे द्वारा धार में नौगांव क्षेत्र में एक साथ कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। दो किमी में रेलवे स्टेशन बन रहा है। जिसमें वेटिंग हॉल, टिकट घर सहित प्लेटफॉर्म शामिल है। इसी प्रकार इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर बायपास रोड पर रेलवे क्रॉसिंग के लिए दो रेल ओवर ब्रिज बनाए जा रहे हैं। सैकड़ों श्रमिकों के साथ मशीनों से दिनरात काम चल रहा है।
पटरी बिछाने का चल रहा कार्य
इंदौर से दाहोद के बीच अलग-अलग स्थानों पर रेलवे का कार्य चल रहा है। इसमें इंदौर से धार के बीच महत्वपूर्ण ट्रैक का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसमें पीथमपुर के समीप टिही टनल भी बनकर तैयार हो चुकी है। जहां अब पटरी बिछाने का कार्य चल रहा है। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि 2026 में इंदौर से धार के बीच ट्रेन का संचालन शुरु होगा।